कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन लें- अाप जिस साइट से शॉपिंग कर रहे हैं, अगर उस पर कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन है, तो उसे ही चुनें । कई वेबसाइट्स COD के ऑप्शन के साथ थोड़ी डीटेल्स मांगते है । ऐसे में आलस न करें और ध्यान से प्रोसेस पूरा करें।
एनक्रिप्शन चेक करें अपना कॉन्फिडेंशियल डेटा शेयर करने से पहले चेक कर लें कि वेबसाइट एनक्रिप्शन का इस्तेमाल कर रही है या नहीं। एनक्रिप्शन के जरिए किसी भी डेटा को प्रोटेक्ट किया जाता है, ताकि नेटवर्क में ट्रैवल करते समय आपके डेटा को कोई नुकसान ना हो या फिर वह चोरी ना हो।
ऐसे चेक करें एनक्रिप्शन एनक्रिप्शन चेक करने के लिए वेबसाइट का URL चेक करें। अगर url में https लिखा है तो इसका मतलब है कि वेबसाइट सिक्योर है और आप निश्चिंत हो सकते हैं । कई बार url के लास्ट में लॉक का निशान होता है, इसका भी मतलब है कि वेबसाइट एनक्रिप्टेड है।
हर अकांउट के लिए डिफरेंट रखे पासवर्ड कई बार लोग याद करने के झंझट से बचने के लिए एक ही पासवर्ड हर जगह यूज करते हैं। ये आदत गलत है और हैकर के लिए वरदान बन सकती है ।
पब्लिक कम्प्यूटर का इस्तेमाल करने से बचें फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के लिए पब्लिक कम्प्यूटर का इस्तेमाल न करें बल्कि अपने फोन या पर्सनल कम्प्यूटर को यूज करें लेकिन अगर मजबूरीवश ऐसा करना पड़ता है, तो याद से लॉगआउट करें ।
डिजीटल सर्टिफिकेट चेक करें वेबसाइट पर ट्रांजेक्शन से पहले उसका डिजीटल सर्टिफिकेट देखें । VERISIGN जैसी कंपनियां ऐसीू सर्विसेज़ देती है । जिनसे आप किसी भी वेबसाइट की वैधता का पता लगा सकते हैं।
इसके अलावा जहां तक संभव हो ब्रांडेड वेबसाइट से ही शॉपिंग करें और फिशिंग मेल्स के झांसे में न आए। कोी भी व्यक्ति अगर आपका अकाउंट नंबर या ऐसी कोई भी सेंसेटिव जालकारी पूछे तो भूलकर भी न दें बल्कि साइबर सेल में कॉल कर उसकी शिकायत करें ।