छिंदवाड़ा

World donor day: यह हैं रक्तवीर, इतनी बार कर चुके हैं रक्तदान, जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान

समय-समय पर रक्तदान कर लोगों की जान बचा रहे हैं।

छिंदवाड़ाJun 13, 2021 / 09:55 pm

ashish mishra

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छिंदवाड़ा. अपने लिए तो सभी जीते हैं दूसरों की खुशी के लिए जीना ही अलग बात है। शहर में कई ऐसे लोग हैं जो इस बात को चरितार्थ कर रहे हैं। 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस है। इस दिवस को लेकर हमने शहर के ऐसे लोगों से बातचीत की जो समय-समय पर रक्तदान कर लोगों की जान बचा रहे हैं। उन्हीं में से एक हैं नरसिंहपुर रोड निवासी 41 वर्षीय अर्पित नेमा। जो अब तक 45 बार रक्तदान कर चुके हैं। व्यापारी अर्पित नेमा ने 18 वर्ष की उम्र में पहली बार रक्तदान किया था। उन्होंने बताया कि उन्हें रक्तदान को लेकर कभी भ्रांति नहीं रही। उनका मानना है कि हर इंसान को रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान करने से शरीर स्वस्थ रहता है। अर्पित कहते हैं कि उनका ब्लड ग्रुप एबी पॉजिटिव है जो बहुत कम लोगों का रहता है। अर्पित कहते हैं कि जब किसी को ब्लड की जरुरत पड़ती है तो वे तत्काल पहुंच जाते हैं। रक्तदान करने के बाद मरीज का जीवन तो बचता ही है साथ ही उनके परिजन के चेहरे पर जो खुशी देखने को मिलती है वह मुझे सुकुन देती है। अर्पित कहते हैं कि जब तक मैं रक्तदान करने में सक्षम हूं तब तक यह सेवा करता रहूंगा। अर्पित ने बताया कि उनके रक्तदान करने से लोगों को प्रेरणा भी मिलती है और लोग आगे आकर रक्तदान करते हैं।
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51 वर्ष में 54 बार कर चुके हैं रक्तदान
श्याम टाकिज के पास निवासी 51 वर्षीय श्रीराम पटवा अब तक 54 बार रक्तदान कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि जब वे 25 वर्ष के थे तभी से रक्तदान कर रहे हैं। पहली बार उन्होंने अपने रिश्तेदार के लिए रक्तदान किया था। श्रीराम पटवा का ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव है। श्रीराम पटवा कहते हैं कि मेरे इस कार्य से किसी का जीवन बचता है। रक्तदान करने का नुकसान कुछ नहीं है इसके लाभ ही लाभ हैं। उन्होंने बताया कि उनकी 24 वर्षीय बेटी आकांक्षा पटवा भी अब तक पांच बार रक्तदान कर चुकी है। श्रीराम पटवा 14 जून को स्वेच्छिक रक्तदान समूह द्वारा जिला अस्पताल में आयोजित शिविर में 55वीं बार रक्तदान करेंगे। उन्होंने बताया कि जब तक उनकी सांस में सांस है तब तक वे यह महादान करते रहेंगे।
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