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यह भुतहा जेल बनी शोक और संवेदना व्यक्त करने के लिए दुनिया का पहला स्थान

हर साल इस भुतहा जेल को देखने दूर-दूर से आते देशी-विदेशी सैलानी

जयपुरNov 04, 2020 / 06:49 pm

Mohmad Imran

कारागृह सिर्फ सजा देने के लिए नहीं हैं बल्कि कई बार पुरानी जेल पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित की जाती हैं जहां आकर पर्यटक उस दौर की कानून-व्यवस्था और सजा देने के तरीकों को जान सकें। साल 2013 से फिलाडेल्फिया निवासी मैथ्यू मर्फी एक ऐसी ही भुतहा जेल मेंं काम करते हैं। उन्होंने देखा कि इस प्रसिद्ध जेल को देखने आने वाले अधिकांश पर्यटकों को बीमार महसूस होने, दर्द, पीड़ा, आघात और मृत्यु का अहसास होता था। पूर्वी तट पर बने इस कारागृह को सन 1829 में शुरू किया गया था। इसकी वास्तुकला और डिजाइन पूरी दुनिया में जेल बनाने वाले वास्तुकारों के द्वारा नकल की गई है जिससे यह बात स्पष्ट है कि यह जेल इतिहास की कुछ सबसे प्रभावशाली जेलों में से एक है। इस भुतहा जेल को कभी ‘टैरर बिहाइंड द वॉल्स’ (Terror Behind Walls) कहा जाता था। आज यह अमरीका के सबसे बड़ी भुतहा जगहों में से एक है। अक्सर लोग यहां पैरानॉर्मल एक्टिविटी के बारे में सुनकर रोमांच की खोज में भी चले आते हैं।
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मैथ्यू मर्फी ने देखा कि इस प्रसिद्ध पूर्व जेल के अधिकांश आगंतुकों को बीमार महसूस होने, दर्द, पीड़ा, आघात और मृत्यु का अहसास होता था। ऐसा बीते पांच वर्षों से महसूस किया जा रहा था। मर्फी फिलाडेल्फिया के पूर्वी राज्य के ट्यूर प्रोग्राम की देखरेख करते हैं। उनका कहना है कि कई लोग यहां ‘आपराधिक-न्याय सुधार एवं सामाजिक न्याय’ के बारे में जानने के लिए आते हैं। वे हमसे आपराधिक-न्याय प्रणाली की कमियों के बारे में चर्चा भी करते हैं। जेल में बना संग्रहालय एक स्थिर खंडहर के रूप में कार्य करता है जिसका अर्थ है कि इसकी गिरावट को नियंत्रित किया जाता है। हालांकि यह आगंतुकों के प्रवेश के लिए अब भी सुरक्षित है।
यह भुतहा जेल बनी शोक और संवेदना व्यक्त करने के लिए दुनिया का पहला स्थान

अमरीका की सबसे भुतहा जगहों में से एक
इस भुतहा जेल के रख-रखाव का 66 फीसदी खर्च एक सार्वजनिक चैरिटी फंड से आता है, बाकी का खर्च स्थानीय प्रशासन वहन करता है। इस ऐतिहासिक जेल को फिर से संरक्षित करने की अभी कोई योजना नहीं है। मर्फी कहते हैं कि इस जेल को कभी ‘टैरर बिहाइंड द वॉल्स’ यानि दीवार के पीछे मौजूद यातना और खौफ भी कहा जाता था। आज यह अमरीका के सबसे बड़े और उच्चतम श्रेणी की भुतहा जगहों में से एक है जहां लोग दिन के समय घूमने आते हैं। लोग यहां पैरानॉर्मल एक्टिविटी के बारे में सुनकर रोमांच की खोज में चले आते हैं।

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भुतहा अहसास के लिए करते हैं ख़ास तैयारी
यहां 300 से ज्यादा स्टाफ आने वालों को इस भुतहा जेल का जीवन भर याद रहने वाला अनुभव देने के लिए खास तैयारी करते हैं। निऑन लाइट्स जो अंधेरे में चमकती हें पहने कंकाल वाली ड्रैस में स्टाफ अचानक आगंतुकों पर कूद पड़ते हैं, जेल में हर तरफ से रोने और चीखने की आवाजें आती हैं। यातनाओं की वेदना से यहां आने वालों को डर के साथ सिरहन चढ़ जाती है। रात होने से पहले स्टाफ और आगंतुकों के पास अपना सामान समेटकर बाहर निकलने के लिए सिर्फ एक घंटे का समय ही मिलता है। इसके बाद यहां अजीबो-गरीब गतिविधियां होने लगती हैं। इन भुतहा कहानियों और जेल के इतिहास ने इसे एक प्रसिद्ध हॉन्टेड हाउस में बदल दिया है।

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