रेसलरों ने केंद्रीय खेल मंत्रालय की ओर से बनाई गई ओवरसाइट कमेटी पर सवाल उठाए हैं। विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने मंगलवार को ट्वीट कर सरकार के इस कदम की आलोचना की है और आपत्ति जताई है। तीनों पहलवानों ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को टैग करते हुए लिखा, ‘हमें आश्वासन दिया गया था कि ओवरसाइट कमेटी के गठन से पहले हमसे परामर्श किया जाएगा। बड़े दुख की बात है कि इस कमेटी के गठन से पहले हमसे राय भी नहीं ली गई।’
18 जनवरी को भारतीय रेसलर्स ने राजधानी दिल्ली जंतर-मंतर में धरना शुरू किया था। यह विरोश प्रदर्शा तीन दिन तक चला था। 21 जनवरी को आंदोलन बढ़ता देख भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने जांच कमेटी गठित की थी। जिसके बाद पूर्व फर्राटा धावक पीटी ऊषा ने इस कमेटी का अध्यक्ष बॉक्सर मैरीकॉम को नियुक्त किया था। 7 सदस्यीय कमेटी को मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए थे।
मैरीकॉम की अगुआई वाली इस टीम में ओलिंपिक मेडलिस्ट योगेश्वर दत्त, ध्यानचंद अवॉर्डी तृप्ति मुरगुंडे, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) की सदस्य राधिका श्रीमन के अलावा TOPS कमेटी के पूर्व-सीईओ कमांडर राजेश राजगोपालन को भी शामिल किया गया था।
इसके अलावा खेल मंत्रालय ने एक निगरानी समिति बनाने का फैसला लिया था। यह समिति जांच पूरी होने तक कुश्ती संघ का काम देखेगी और आरोपों की जांच भी करेगी। समिति को 4 सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने को भी कहा गया है। खेल मंत्रालय के इस आश्वासन के बाद पहलवानों ने धरना खत्म किया था। लेकिन अब पहलवान एक बार फिर सरकार से नाराज़ नज़र आ रहे हैं।