द सन वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, 21 साल के एफ 1 ड्राइवर नॉरिस जब मैच के बाद अपनी कार की तरफ जा रहे थे तो उत्पातियों के एक ग्रुप ने उन्हें घेर लिया था। एक शख्स ने उनका कॉलर पकड़ लिया था और दूसरे शख्स ने उनकी रिचर्ड माइल घड़ी छीन ली। इस घड़ी की कीमत करीब 75 लाख रुपए बताई जा रही है। हालांकि नॉरिस को कोई शारीरिक नुकसान नहीं पहुंचा। नॉरिस की टीम मेक्लारेन ने भी इस घटना की पुष्टि की है। टीम की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि मैक्लारेन रेसिंग ये बात कंफर्म करती है कि नॉरिस यूरो 2020 फाइनल मैच में हुई एक घटना में शामिल थे और इस दौरान उनकी कीमती घड़ी को छीन लिया गया।
एक चश्मदीद ने द सन वेबसाइट के साथ बातचीत में बताया कि एक व्यक्ति ने नॉरिस को पकड़ लिया गया था और उनकी घड़ी खींच ली थी। उस दौरान नॉरिस काफी हैरान-परेशान दिख रहे थे। यह सब सिक्योरिटी की कमी की वजह से हुआ। इसी वजह से सैंकड़ों की संख्या में लोग बिना टिकट के भी स्टेडियम में घुस गए थे। हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इटली के मैनेजर रॉबर्टो मैनचिनी के बेटे की सीट तक पर लोगों ने कब्जा कर लिया गया था।
इटली और इंग्लैंड के बीच हुए यूरो कप फाइनल का निर्णय एक्स्ट्रा टाइम तक भी नहीं निकल पाया था। ऐस में मैच का निर्णय पेनल्टी शूटआउट से हुआ। हालांकि पेनल्टी शूटआउट में इंग्लैंड की तरफ से हैरी केन, हैरी मैगुआर ने गोल किए लेकिन मार्कस रैशफॉर्ड, जेडन सांचो और बुकायो साका गोल नहीं कर पाए थे। इसके बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर उन्हें बुरी तरह ट्रोल किया।