कैस की आेर से नाडा के फैसले को नहीं माना गया। साथ ही कैस ने खाने-पीने में मिलावट की दलील को भी ठुकरा दिया। अदालत को नरसिंह के उस तर्क में भी दम नहीं नजर आया जिसमें उन्हाेंने साजिश की बात कही थी। कैस का तर्क था कि इसे साबित करने के लिए नरसिंह के पास कोर्इ सबूत नहीं है। साजिश की बात को लेकर ही नाडा की आेर से नरसिंह को आेलंपिक में खेलने की अनुमति दी गर्इ थी।
नाडा से क्लीन चिट मिलने के बाद नरसिंह बोले, मैं बहुत खुश हूं, सबके सामने आ गई सच्चाई
गौरतलब है कि नरसिंह यादव को शुक्रवार को ही रियो में अपना मुकाबला खेलना था। वे 74 किलो भारवर्ग में हिस्सा लेने वाले थे। हालांकि अब रियो में खेलने आैर पदक जीतने का उनका सपना टूट गया है। कैस की आेर से लगाए गए चार साल के प्रतिबंध के बाद नरसिंह को आज होने वाले पहले मैच से पूर्व ही आेलंपिक खेलगांव को छोड़ देना होगा।