स्थानीय लोगो ने की आतंकियों को बचाने की कोशिश वहीं खबर है कि एनकाउंटर के दौरान आतंकियों को बचाने की भी कोशिश की गई है। सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की गई है। इस दौरान सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प की भी खबरें हैं। हिंसक झढ़पों में दो प्रदर्शनकारी भी मारे गए और 35 अन्य जख्मी हो गए हैं। इस बीच, हालात को देखते हुए प्रशासन ने कुलगाम व अनंतनाग में में इंटरनेट सेवा व शिक्षण संस्थानों को पूरी तरह बंद करने के अलावा बनिहाल-श्रीनगर सेक्शन पर रेल गाड़ी की आवाजाही भी रोक दी है।
आतंकियों के छिपे होने की मिली थी जानकारी मंगलवार बीती रात से ही ये एनकाउंटर जारी है। 2-3 आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलते ही बीती रात आधी रात के करीब एक तलाशी अभियान शुरु किया गया था। आतंकियों के संदिग्ध ठिकानों की निशानदेही करते हुए जवानों ने एहतियातन हवा में गोलियां भी चलाई। इसके बाद रात से शुरू हुआ एनकाउंटर अभी तक जारी है।
जानकारी के अनुसार सेना की राष्ट्रीय राइफल्स को मंगलवार देर रात कुलगाम के वनपोह इलाके में 2-3 आंतकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। जानकारी के बाद सेना ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों के साथ खुदवानी इलाके की सख्त घेराबंदी करते हुए सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस सर्च ऑपरेशन के दौरान ही आतंकियों ने जवानों पर गोलीबारी की, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू की।
ले. उमर फयाज की हत्या का लिया गया था बदला
हाल ही में भारतीय सुरक्षाबलों ने एक बड़े एनकाउंटर को अंजाम दिया था, जिसमें लश्कर और हिजबु्ल के मिलाकर 12 आतंकी मारे गए थे। कश्मीर के शोपियां और अनंतनाग में सेना ने इस एनकाउंटर को अंजाम दिया था। मारे गए 12 आतंकियों में लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या करने वाले आतंकी को भी मार गिराया गया था। हालांकि इस एनकाउंटर में हमारे 3 जवान भी शहीद हो गए थे।