विश्व की 40वीं वरीयता प्राप्त जापानी खिलाड़ी चौथी वरीयता प्राप्त श्रीकांत को चुनौती नहीं दे सके और भारतीय खिलाड़ी ने आसानी से मुकाबला अपने नाम करते हुए एक और खिताब अपनी झोली में डाल लिया। श्रीकांत ने हाल ही में डेनमार्क ओपन का खिताब जीता था। जापानी खिलाड़ी ने पहले गेम में श्रीकांत को कुछ चुनौती जरूर दी, लेकिन अंत तक आते-आते वह अपनी गलतियों के शिकार हो गए।
2-1 से आगे होने के बाद विश्व की चौथी वरीयता प्राप्त श्रीकांत 3-4 से पीछे हो गए थे। श्रीकांत ने हालांकि 4-4 से बराबरी की, लेकिन जापानी खिलाड़ी ने 8-5 की बढ़त ले ली। फिर भी अपनी सूझ-बूझ भरे खेल से श्रीकांत ने स्कोर 9-9 से बराबर कर लिया और ब्रेक तक 11-9 की बढ़त ले ली। ब्रेक के बाद निशिमोटा पिछड़ते चले गए और श्रीकांत ने बिना किसी परेशानी के पहला गेम अपने नाम किया।
दूसरे गेम की शुरुआत भारतीय खिलाड़ी ने शानदार की और लगातार तीन अंक अपने खाते में डाले। बेहतरीन खेल को श्रीकांत ने बरकारर रखा और 7-2 से बढ़त ले ली। दूसरे गेम के ब्रेक में श्रीकांत 11-5 के स्कोर के साथ गए। जापानी खिलाड़ी के लिए श्रीकांत के आक्रामक खेल के आगे वापसी करना मुश्किल साबित रहा और वह दूसरा गेम हारने के साथ ही खिताब से भी हाथ धो बैठे।
श्रीकांत ने इस साल इंडोनेशिया ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर, ऑस्ट्रेलिया ओपन सुपर सीरीज और डेनमार्क ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर खिताब जीता था। श्रीकांत एक साल में चार सुपर सीरीज खिताब जीतने का कारनामा करने वाले भारत के पहले खिलाड़ी बन गए हैं।