नीरज चोपड़ा पानीपत के रहने वाले हैं और किसान परिवार से हैं। नीरज का वजन बचपन में ज्यादा था। जब वह 12 साल के थे तो उनका वजन 90 किलो था। ऐसे में अपने वजन को कम करने के लिए नीरज ने मेहनत करना शुरू किया। वजन कम करने के लिए नीरज शिवाजी स्टेडियम गए और वहां अपने वजन को कम करने के लिए मेहनत करना शुरू कर दिया।
नीरज की शिवाजी स्टेडियम में भालाफेंक खिलाड़ी जय चौधरी से हुई। जय चौधरी को से मिलने के बाद नीरज की किस्मत बदल गई। जय चौधरी ने नीरज से भाला फेंकने को कहा। जब नीरज ने भाला फेंका तो जय उससे इंप्रेस हो गए। जय ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब उन्होंने नीरज को भाला फेंकने के लिए कहा तो नीरज ने तकरीबन 30-40 मीटर की दूरी तक थ्रो किय। जय को नीरज के थ्रो करने का तरीका बहुत पसंद आया।
वर्ष 2016 में नीरज आईएएएफ वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप में जीत हासिल कर चर्चा में आ गए। इस प्रतियोगिता में नीरज ने जूनियर विश्व रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 86.48 मीटर का थ्रो किया था। इसके साथ ही वह इस इवेंट में विश्व खिताब जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने। इसके बाद नीरज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वर्ष 2017 में उन्होंने एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद वर्ष 2018 में गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल और जकार्ता एशियाई खेलों में भी मेडल जीते।