भारत को रविवार को पाकिस्तान से 180 रनों से हार झेलनी पड़ी थी जिससे उसने अपना ताज भी गंवाया। हालांकि मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में विराट ने अपनी टीम और मैच में टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने जैसे अपने सभी निर्णयों का खुलकर बचाव किया और कहा कि उन्हें इस बात को लेकर कोई शर्म नहीं है कि वे फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सके।
भारत ने 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चैंपियंस ट्राफी का खिताब जीता था लेकिन विराट अपनी कप्तानी में इसका बचाव नहीं कर सके। मैच के बाद कप्तान ने कहा, ‘ हमें हमारी टीम पर गर्व है और हम यहां से गर्व के साथ विदा होंगे क्योंकि हम जानते हैं कि हमारे ऊपर कितना दबाव था। मैं सभी को श्रेय देना चाहूंगा जिन्होंने अच्छा खेला और फाइनल तक पहुंचने में मदद की।’
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान ने फाइनल में हमें हर विभाग में पछाड़ा और वे जीत के हकदार हैं। विपक्षी टीम ने हमें गलतियां करने के लिए मजबूर किया। जिस तरह उन्होंने गेंदबाजी की और पिच पर दबाव बनाया। वह अच्छा था और मुझे इस बात को स्वीकारने में कोई शर्म या झिझक महसूस नहीं हो रही है कि इस मैच में हम अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं खेल सके।’
विराट ने अपने पहले क्षेत्ररक्षण करने के निर्णय का भी बचाव किया जिसकी काफी आलोचना हुई। उन्होंने कहा, ‘लक्ष्य का पीछा करते समय शुरूआत में विकेट गंवाना सही नहीं रहता है। यदि हम एक बड़ी साझेदारी करते तो मैच का परिणाम कुछ और होता। लेकिन जैसा कि मैंने पहले ही कहा, जीत का पूरा श्रेय विपक्षी टीम को जाता है जिन्होंने खेल के तीनों विभाग में हमें पछाड़ दिया।’
विराट ने 43 गेंदों में 76 रन बनाने वाले ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की तारीफ करते हुए कहा,’जब हार्दिक ने रन बनाना शुरू किया तो हमारे अंदर एक उम्मीद जगी। हार्दिक के अलावा हम में से किसी ने जुझारूपन नहीं दिखाया। उनकी पारी शानदार थी। उन्होंने गजब का साहस दिखाया और किसी एक बल्लेबाज को उनका साथ देना चाहिए था। ‘
कप्तान ने कहा, ‘हार्दिक का प्रदर्शन अच्छा था और हम उससे खुश थे। यदि हम कुछ देर और टिके रहते तो कम से कम लक्ष्य के करीब पहुंच पाते। लेकिन फिर वही हुआ और हमने कई सारी गलतियां कर दीं। लेकिन मैदान पर ऐसी चीजें हेाती रहती हैं और क्रिकेटर के तौर पर मैं इसे समझ सकता हूं। पांड्या आउट होने पर दुखी थे और टीम के लिये कुछ खास नहीं कर पाने पर भावुक हो गए।’
विश्व के नंबर एक वनडे बल्लेबाज ने कहा कि सबसे बड़ी बात है टीम इस हार से सबक ले। उन्होंने कहा, ‘जब आप खेलते हैं तो आपको प्रत्येक क्रिकेट मैच के साथ कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। यह एक फाइनल मुकाबला था। लेकिन हम जीते या हारे, हमने सभी मैचों से सबक लिया है और इस हार से भी सबक लेंगे।’
विराट ने साथ ही माना कि मैच में कुछ ऐसी गलतियां हुईं जो नहीं होनी चाहिये थी जिसमें 25 अतिरिक्त रन देना भी है। उन्होंने कहा कि भविष्य में टीम इन बातों का ध्यान रखेगी और क्योंकि इन्हीं खिलाड़ियों को आगे भी खेलना है। भारतीय टीम को चैंपियंस ट्राफी के सीधे बाद वेस्टइंडीज दौरे पर रवाना होना है जहां 23 जून से टीम पांच मैचों की वनडे सीरीज खेलने उतरेगी।