पुलिस ने पड़ताल करते हुए बाइक का सुराग लगाया और पर्स छीनने की वारदात करने वाले सद्भावना नगर निवासी सुनील पुत्र रामस्वरूप जाट को मुखबिर की सूचना पर दबोच लिया। आरोपित ने पूछताछ के दौरान शहर में दो-तीन दिन में करीब एक दर्जन से अधिक वारदात करना स्वीकार किया है। इस संबंध में गणेशगढ़ निवासी पवन कुमार ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि शुक्रवार को वह अपनी धर्म बहन मंजू के साथ शिव चौक के पास जा रहा था।
जहां एक अज्ञात बाइक सवार ने मंजू को धक्का मारकर उसका पर्स छीनकर ले गया। जिसमें ३५०० रुपए की नकदी, कागजात व एटीएम कार्ड आदि थे। इस कार्रवाई में विशेष टीम में सभी थाना प्रभारी, एएसआई जयकुमार भादू, हैडकांस्टेबल दयाराम, सुरेन्द्र ज्याणी, कमल, एएसआई ताराचंद, सिपाही
कृष्ण कुमार, टे्रफिक हैडकांस्टेबल जगदीश कुमार, मीरा चौकी के धर्मवीर आदि की विशेष भूमिका रही। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है। पूछताछ के दौरान शहर में हुई अन्य वारदात भी खुलने की उम्मीद है।
कपड़े बदलकर करता रहा वारदात पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित अकेला ही शहर में युवतियों से पर्स छीनने की वारदात करता था। दो दिन में इसने करीब आठ वारदात कर दी। एक वारदात के दौरान जैकेट पहन लेता था और कुछ दूर जाकर जैकेट उतारकर दूसरी वारदात को अंजाम देता। किसी वारदात के समय मुंह पर कपड़ा बांध लेता था और कुछ देर बाद हेलमेट लगाकर वारदात कर जाता था। शुक्रवार को आरोपित ने तीन से ज्यादा वारदात की थी, जिनमें से तीन का ही पुलिस को पता चल पाया और अन्य वारदातों की पीड़तों ने सूचना ही नहीं दी थी। शनिवार को भी इसने एक ओर वारदात कर दी थी।
पुलिस ने राहत की सांस युवतियों से पर्स छीनने की लगातार हुई वारदातों के बाद पुलिस सकते में आ गई और आनन-फानन में नाकेबंदी, गश्त, धरपकड़ अभियान शुरू कर दिया गया। जिसका फायदा पुलिस को मिला और पर्स छीनने का आरोपित काबू किया जा सकता। आरोपित के काबू आने के बाद ही पुलिस ने राहत की सांस ली।