सूरतगढ़ तापीय परियोजना की यह सडक़ टिब्बा क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांवो को भी राष्ट्रीय राजमार्ग 62 से जोड़ती है, लेकिन राख परिवहन करने वाले भारी भरकम बल्करों व सुपर क्रिटिकल इकाइयों की निर्माण सामग्री लाने वाले भारी वाहनों से पूरी तरह टूटी इस सडक़ पर अब वाहन चलना दूभर हो गया है।