मिनी मायापुरी के दुकानदार सुबह बस स्टैण्ड के सामने पुलिया पर धरना देकर बैठ गए। कुछ देर बाद ये लोग एसपी कार्यालय गए तो थोड़ी देर बाद ही नेहरू पार्क में बैठकर जागरूक लोग बस स्टैण्ड के सामने पहुंच गए। इन लोगों ने वहां खड़ी लोक परिवहन की बसों का घेराव किया। इस पर पुलिस और परिवहन विभाग सक्रिय हुआ और उन्होंने समझाइश कर लोगों को वहां से जाने के लिए मनाया। जागरूक लोग कलक्ट्रेट पहुंचे और कलक्टर को ज्ञापन देकर कहा कि लोक परिवहन की बसों में स्पीड लिमिट डिवाइस, परमिट और बसों की फिटनेस आदि की जांच करवाई जाए। लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस और परिवहन विभाग आपस में मिले हुए हैं।
इसी कारण लोक परिवहन की बसों की जांच नहीं हो रही। ज्ञापन में सुझाव दिया गया है कि एसडीएम को नोडल अधिकारी बनाकर उनकी देखरेख में पुलिस एवं परिवहन विभाग लोक परिवहन की बसों की आकस्मिक जांच की जाए। ज्ञापन देने वालों में महेश पेड़ीवाल, मोहन सोनी, रजत स्वामी, केपी योगी, विजय मिड्ढा, सुधीर मेव, विनोद गोदारा, डॉ. मोहन सेठी, श्रवण पारीक, विनोद कासनिया, सहीराम, तोलाराम आदि शामिल थे।
कलेक्टर ने मांगी रिपोर्ट
जिला कलेक्टर ज्ञानाराम ने जिला परिवहन अधिकारी को फोन कर उन्हें लोक परिवहन की परमिटधारी बसों की सूची जल्द से जल्द उपलब्ध करवाने के निदेज़्श दिए। डीटीओ की ओर से बताया गया कि वे अवकाश पर है और मंगलवार को ड्यूटी पर आयेंगे।