इसमें प्रधानाचार्य प्रकाशचन्द्र का स्थानांतरण 30 जुलाई तक निरस्त नहीं होने पर 31 जुलाई से सामाजिक, व्यापारिक एवं राजनीतिक संगठनों के पदाधिकारियों के सहयोग से मण्डी बंद कर विद्यालय के आगे धरना लगाने की भी चेतावनी दी है। वहीं सरकार ने स्थानांतरण को शिक्षा विभाग की एक सामान्य प्रक्रिया बताते हुए इसे रद्द करने से इंकार किया है। उधर राजकीय बालिका विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रकाशचन्द्र के स्थानांतरण को निरस्त करवाने की मांग को लेकर विद्यालय की छात्राओं की ओर से किये जा रहे आंदोलन को अब दो दर्जन से अधिक व्यापारिक, राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों ने समर्थन दिया है।
बुधवार देर शाम को गुरुद्वारा सिंहसभा में आयोजित सर्वसंगठनों की सामूहिक बैैठक में व्यापार मंडल, किरयाना यूनियन, फल-सब्जी यूनियन, भारत विकास परिषद, विश्व हिन्दू परिषद, स्वर्णकार यूनियन, नगर कांग्रेस कमेटी, युवा कांग्रेस सहित दर्जनभर से अधिक अन्य संगठनों ने समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर कर 31 जुलाई से मण्डी बंद के निर्णय को समर्थन दिया है। कस्बे के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य के स्थानांतरण से छात्राओं में उपजा रोष लगातार बढता ही जा रहा है।
बैठक में व्यापार मंडल अध्यक्ष वेदप्रकाश सेतिया, हरीराम मेघवाल, राजवीर बिटू, सरपंच लालचंद नायक, शिवकुमार बागड़ी, विहिप अध्यक्ष मदनलाल जांगिड़, जय जियाणी, अनिल बिश्नोर्ई, रवि गोयल, शंकरदास जियाणी, तुलसीराम सुथार सहित बड़ी संख्या में छात्राएं एवं उनके अभिभावक मौजूद रहे। देर रात जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिवराम सिंह यादव ने आंदोलनकारियों को फोन पर आश्वासन दिया कि कल सुबह प्रधानाध्यापक का स्थानांतरण आदेश निरस्त कर दिया जाएगा।