मुख्य मुकाबला अंकुर मिगलानी और मूलचंद गेरा के बीच होने के आसार हैं। इन दोनों उम्मीदवारों ने अपने चुनावी कार्यालय से बाजार की मुख्य रोड से शक्ति प्रदर्शन करते हुए बीरबल चौक के पास ट्रस्ट कार्यालय पहुंचे। इस दौरान अरोड़वंश मंदिर के राम मंदिर दरबार के समक्ष धोक लगाकर नामांकन दाखिल किए। नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान ज्यादा गहमागहमी रही। चुनाव अधिकारी शरद अरो़ड़ा ने बताया कि अंकुर मिगलानी और उसकी पत्नी मीनू मिगलानी व मूलचंद गेरा ने नामांकन पत्र दाखिल किया है।
शुभमूहुर्त के चक्कर में प्रत्याशी गेरा अपना रोड शो करने के बाद दुबारा चुनाव अधिकारी के पास पर्चा दाखिल करने आए। वहीं मिगलानी भी शुभमुहूर्त देखकर पर्चा दाखिल करने आए तो अपनी पत्नी का पर्चा भी दाखिल करवा दिया। इससे पहले दोनों मुख्य प्रत्याशियों ने अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ चुनावी फिजां बदलने के लिए शक्ति प्रदर्शन किया। शहर में भी इन दोनेां प्रत्याशियों ने मतदाताओं को रिझाने के लिए होर्डिग्स लगवाएं है।
इस चुनाव में प्रत्याशी को नामांकन पत्र के साथ 11 हजार रुपए की फीस, नामांकन पत्र के लिए 1100 रुपए, मतदाता सूची के लिए 2100 रुपए का शुल्क जमा कराया जाता हैं। यह राशि वापस नहीं होगी। इस भारी भरकम फीस की वजह से प्रत्याशियों की संंख्या सीमित रह गई हैं। हालांकि नामांकन पत्रों की खरीद करने के लिए 19 संभावित प्रत्याशी आए थे लेकिन भारी भरकम फीस को देखते हुए अपने कदम वापस उठा लिए।
सह चुनाव अधिकारी विकेश सेतिया ने बताया कि इस चुनाव में कुल 14 हजार 980 मतदाता हैं। लेकिन इसमें कितने पुरुष और कितनी महिलाएं प्रत्याशी है, यह अभी आंकड़ा तैयार नहीं किया गया हैं।
इधर, पूर्व पार्षद नमीता सेठी भी नामांकन स्थल पर आई लेकिन एक प्रत्याशी के समर्थन देकर वापस चली गई। इस दौरान अरोड़वंश ट्रस्ट के अध्यक्ष कपिल असीजा, सचिव दीपक मिडढा, नगर परिषद के उपसभापति लोकेश मनचंदा, दी गंगानगर ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष धर्मवीर डूडेजा आदि मौजूद थे।
इस बीच, प्रत्याशी अंकुर मिगलानी ने बताया कि चुनाव जीतने के बाद सबसे पहला मिशन समाज की धर्मशाला का निर्माण कराया जाएगा। इस धर्मशाला के निर्माण को लेकर पिछले चुनाव में भी मौजूदा कार्यकारिणी ने वायदा किया था लेकिन यह निर्माण नहीं कराया। पिछली बार कमी को इस बार पूरा किया जाएगा। समाज को संगठित करने का प्रयास करेंगे।
वहीं, प्रत्याशी मूलचंद गेरा का कहना है कि समाज में राजनीतिक की दखलदांजी नहीं होने चाहिए, समाज को सामाजिक कार्य करने की प्राथमिकता दी जाएगी। वे हमेशा राजनीति से दूर रहें हैं। सेवा करने के लिए इस संस्था का चुनाव लड़ रहा हूं। हमें भविष्य में कोई राजनीति नहीं करनी हैं। गेरा के अनुसार समाज को एकजुट करने के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे।