पुलिसकर्मियों ने बताया कि अभय कमांड योजना के तहत इस कंपनी को प्रदेश के सभी जिलों में सीसीटीवी कैमरे व अभय कमांड सेंटर बनाने का ठेका दिया था। इसके लिए पुलिस की ओर से पुलिस कंट्रोल में ही अभय कमांड सेंटर बनाया गया और चालू कर दिया गया। कंपनी की ओर से शहर में 543 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं।
निजी सीसीटीवी कैमरों का सहारा
– पुलिस को किसी वारदात के बाद आसपास घरों व दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से फुटेज निकाल कर आरोपियों व वारदात के संबंध में जानकारी जुटाती है। यदि इस योजना के तहत पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछ जाएगा तो कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी तत्काल आरोपी के भागने का पता लगा सकेंगे और समय रहते कार्रवाई अमल में लाई जा सकेगी।
इनका कहना है
– अभय कमांड योजना के तहत शहर में अभी तक केवल 140 सीसीटीवी कैमरे ही लग पाए हैं, जबकि कंपनी को यहां करीब 543 सीसीटीवी कैमरे लगाने हैं। इसके लिए कंपनी के अधिकारियों को शीघ्र कार्य पूरा करने के लिए कहा गया है।
– सुरेन्द्र सिंह राठौड़, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीगंगानगर