गौड़ ने कहा कि 13 मार्च 2020 को बजट घोषणा में मुख्यमंत्री ने कृषि महाविद्यालय की घोषणा हुई, लेकिन कोविड 19 के कारण थोड़ा विलंब हुआ। लेकिन इस क्षेत्र का एक बहुत बड़ा सपना साकार हो चुका है। कृषि महाविद्यालय इस क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बनाएगा। श्रीगंगानगर के कृषि अनुसंधान केन्द्र ने गेहूं, चना सहित अन्य किस्में विकसित की है। हमारे कृषि वैज्ञानिकों के बदौलत भारत अन्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना है।
इनकी रही भागीदारी
एसडीएम गंगानगर उम्मेद सिंह रतनू, प्रो. एसके शर्मा, प्रो. पीएस शेखावत, डीन राकेश शर्मा, क्षेत्रीय निदेशक उम्मेद सिंह शेखावत, पूर्व सभापति जगदीश जांदू, डॉ.एमके कौल, डॉ.विजय प्रकाश आर्य, सेवानिवृत मदन लाल जोशी, सेवानिवृत संयुक्त निदेशक वीएस नैण सहित अन्य अधिकारी व कार्मिक शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने इसी बजट सत्र में जिला मुख्यालय श्रीगंगानगर के एआरएस में सरकारी कृषि महाविद्यालय खोलने की विधानसभा में घोषणा की थी। विधायक गौड़ ने इस मुद्दे को विधानसभा में प्रमुखता से उठाया था। राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय आरएयू की ओर से संचालित होने के अलावा यहां भवन, लैब, फार्म और स्टाफ सहित अन्य जरूरी संसाधन उपलब्ध है। सरकारी कृषि महाविद्यालय का फायदा जिले और राज्य के अलावा देश के अन्य राज्यों के कृषि की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को भी मिलेगा। महाविद्यालय के भवन के लिए एआरएस के पादप प्रजनन और अंनुवाशिकी विभाग में संचालित किया जाएग।