बैठक में प्रबन्ध निदेशक ज्याणी ने बताया गया कि जिला कलक्टर एवं बैंक के प्रशासक के निर्देशानुसार अवधिपार एवं एनपीए की वसूली प्रथमिकता से की जा रही है। इसी क्रम में समिति के जिन सदस्यों का ऋण माफ नहीं हुआ या एमटी ऋण अवधिपार बकाया शेष है उनकी वसूली प्राथमिकता से करने के लिए व्यवस्थापकों को पाबन्द किया गया। अवधिपार बकाया वालों का समिति के सूचना पट्ट पर नाम सार्वजनिक करने,पम्फलेट बांटने तथा कुर्की के नोटिस जारी करने का कार्य त्वरित गति से किया जाएगा।
जिन सरकारी कर्मचारियों की तरफ बकाया है उनके वेतन से वसूली के लिए विभाग को लिखा गया है। साथ ही जिला कलक्टर ने भी ऐसे कर्मचारियों की सूची मांगी है। जो ऋणी समय पर ऋण जमा नहीं करवाएगा उसकी फसल एवं घरेलू सामान की कुर्की की जाएगी। बैंक के मुख्य प्रबंधक विकास गर्ग ने बताया कि बैंक का ऋण माफी के उपरांत भी 49 करोड़ रुपए समितियों की तरफ अवधिपार बकाया है। इसलिए आगामी दो दिन में जिले की 154 समितियों के व्यस्थापकों की बैठक प्रधान कार्यालय में रखी गई है।