अब तक जिले के 9 स्कूलों के 157 बच्चे जांच में पॉजिटिव आ चुके हैं। कोरोना की तीसरी लहर का पीक अब शुरू हो चुका है। एेसे में ग्रामीण स्कूलों के बच्चों का बड़ी संख्या में पॉजिटिव आना सरकार के शहरी और ग्रामीण बच्चों में भेदभाव का परिणाम माना जाएगा। इसके अलावा शहर के एक निजी स्कूल में 30 स्टाफ पॉजिटिव आया था।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार चूनावढ़ के राजकीय उ”ा माध्यमिक स्कूल (बालक) के 33 बच्चों पॉजिटिव आने के बाद संक्रमित बच्चों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। मांझूवास के 28 बच्चों के पॉजिटिव आने से पहले रत्तेवाला स्कूल के 4, सीसी हैड निजी स्कूल के 27, ओड़की स्कूल के 4, पदमपुर स्कूल के 2 तथा राजियासर स्कूल के 22 बच्चे जांच में कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। इसके अलावा शनिवार को चार जेड में 11 ब’चे तथा स्टॉफ के कुछ लोग भी पॉजिटिव आए हैं। रविवार को गांव 10 एलएल में 26 बच्चे कोरोना पॉजिटिव आए है। इन स्कूलों को फिलहाल बंद कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप बढऩे पर सरकार ने 9 जनवरी को आदेश जारी कर शहरी क्षेत्र के स्कूलों को 30 जनवरी तक बंद कर दिया। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों के लिए यह छूट नहीं दी। ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल लगातार खुल रहे हैं। इलाके में 5 और 7 जनवरी को मावठ की बरसात होने के बाद सर्दी का प्रकोप बना हुआ है। इसके बावजूद ग्रामीण अंचल के बच्चों को स्कूल जाना पड़ रहा है।
कहां कितने बच्चे संक्रमित————— चूनावढ़- 33 रत्तेवाला- 04 सीसी हैड- 27 ओड़की- 04 पदमपुर- 02 राजियासर- 22 मांझूवास- 28 चार जेड- 11 10 एलएल- 26
कुल- 157