पार्षदों ने इस मुख्य रोड के निर्माण में भेदभाव किए जाने पर नगर परिषद प्रशासन की हठधर्मिता के खिलाफ विरोध जताया। रविदास चौक से लेकर राजफैड ऑफिस तक इस रोड का एरिया वार्ड53 में आता है। जबकि इस ऑफिस चौक से लेकर रविदास मंदिर तक का एरिया वार्ड 52 में है।
वार्ड 53 वार्ड 52 के पार्षद विजेन्द्र स्वामी का आरोप है कि राजनीतिक द्वेषता का नुकसान वार्डवासियों को भुगतना नहीं दिया जाएगा। स्वामी के अनुसार वार्ड ५२ के दायरे में आने वाली इस मुख्य रोड का निर्माण कार्य नहीं किए जाने के संबंध में नगर परिषद प्रशासन ने ठेका फर्म को मौखिक आदेश दिए है।
बुधवार को पार्षद स्वामी के साथ पार्षद कमल नारंग, रिंकू यश मिडढ़ा, नगर परिषद के उपसभापति लोकेश मनचंदा, पूर्व उपसभापति लक्की दावड़ा, पार्षद सुशील कुमार चौधरी पप्पू, प्रियंक भाटी आदि ने हाउसिंग बोर्ड और अशोकनगर ए में बनने वाली इस रोड स्थल का जायजा लिया। इस दौरान ठेकेदार ने काम शुरू करने का आश्वासन दिया। आयुक्त ने दिए जांच के आदेश पार्षदों के एक शिष्टमंडल ने आयुक्त प्रियंका बुडानिया के समक्ष संबंधित रोड निर्माण सामग्री पर सवाल उठाए।
इन पार्षदों का कहना था कि घटिया किस्म के पत्थर डाले गए है। यहां तक कि लेवल भी दुरुस्त नहीं किया गया है। घटिया निर्माण सामग्री पर पर्दा डालने के लिए जानबूझकर वहां मिट्टी डालने का प्रयास किया गया है। जबकि पूर्व सभापति यशपाल कलेर के आवास से लेकर रविदास मंदिर तक निर्माण सामग्री भी नहीं डाली है।
इस दौरान वार्ड 53 के पति अमरजीतसिंह गिल ने भी आयुक्त से आग्रह किया कि करीब डेढ़ साल से जर्जर हो चुकी इस रोड का निर्माण करने के लिए ठेकेदार चक्कर कटवा रहे है। आयुक्त ने इस रोड के निर्माण कार्य पूरा करने और निर्माण सामग्री की क्वालिटी जांचने के लिए एक्सईएन और जेईएन को निर्देश दिए गए।
इस बीच ठेका फर्म के संचालक ठेकेदार लेखराज पुन्यानी का कहना है कि इस रोड पर निर्माण कार्य पहले हो जाना चाहिए था लेकिन ठेका तो अब जारी किया गया है। पहले इस रोड पर सीवर लाइन बिछाने का काम चल रहा था। पूरी सड़क का निर्माण अच्छी क्वालिटी से किया जाएगा। किसी ने भी अड़ंगेबाजी का जिक्र नहीं किया है। गुरुवार शाम तक ग्रिट आदि निर्माण सामग्री आने के बाद लेवल कार्य कराया जाएगा। इसके बाद एक साथ पूरी सड़क का निर्माण होगा।