उन्होने नहर को पाटने का प्रयास किया लेकिन मौके पर साधन उपलब्ध नहीं होने के कारण कटाव को पाटा नहीं जा सका। बल्कि कटाव लगातार बड़ा होता चला गया तथा कटाव की चौड़ाई देखते ही देखते करीब बीस फीट तक पहुंच गई। जिस पर जल उपयोक्ता संगम अध्यक्ष ने विभागीय अधिकारियों को कटाव की जानकारी दी। अधिकारियों ने नहर में पानी का बहाव बंद करवाया।
देर शाम तक नहर में आए कटाव को पाटे जाने के प्रयास किए जा रहे थे। संगम अध्यक्ष महावीर गोदारा ने बताया कि नहर में आए कटाव के कारण अंतिम छोर के काश्तकारों की पानी की बारी सूखी चली गई है। पानी की बारी जाने पर उन्होंने विभाग से क्षतिपूर्ति देने की मांग की है।