-गंगनहर में निर्धारित शेयर के अनुसार सिंचाई पानी चलाया जाए।
-पंजाब के 45 आरडी से खखां हैड तक पानी चोरी पर अकुंश लगाने के लिए नियमित गश्त की जाए।
-खखां हैड से शिवपुर हैड तक सिंचाई पानी की चोरी पर अकुंश लगाया जाए।
-पंजाब से राजस्थान की नहरों में आ रहे प्रदूषित व केमिकल युक्त पानी पर रोक लगाई जाए।
-जल संसाधन विभाग व कलक्टर के साथ किसानों को पूर्व में हुआ लिखित समझौता लागू किया जाए।
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प्रदर्शन में ये हुए शामिल
ग्रामीण किसान मजदूर समिति के संयोजक राजू,प्रवक्ता संतवीर सिंह,चूनावढ़ ब्लॉक अध्यक्ष रामकुमार सहारण,श्रीगंगानगर ब्लॉक अध्यक्ष हरजिंद्र सिंह मान,हरविंद्र सिंह समाग,वेदप्रकाश,राजेंद्र सिंह बराड़,रिछपाल सिंह,परविंद्र सिंह आदि शामिल हुए।
खखां हैड से गंगनहर में मंगलवार शाम को 1180 से 1200 क्यूसेक तक सिंचाई पानी मिल रहा था। सिंचाई पानी में पिछले तीन-चार दिन से उतार-चढ़ाव चल रहा है। बुधवार को मंगलवार की तुलना में खखां हैड पर 139 क्यूसेक सिंचाई पानी कम होकर 1061 क्यूसेक सिंचाई पानी रह गया।
किसान नेता अमर सिंह बिश्नोई का कहना है कि जून माह का गंगनहर नहर का शेयर 2000 हजार क्यूसेक निर्धारित किया हुआ है,जबकि पिछले कुछ दिनों से गंगनहर को पूरा सिंचाई पानी नहीं मिल रहा। फिरोजपुर फीडर से 45 आरडी पर पंजाब के जल संसाधन विभाग के अधिकारी राजस्थान की बीकानेर कैनाल(गंगनहर) के लिए शेयर के अनुसार 2000 हजार क्यूसेक पानी नहीं छोड़ रहे।
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किसान आर्मी के गुरलाल सिंह बराड़ का आरोप है कि पंजाब में धान की फसल के लिए फिरोजपुर फीडर से निकलने वाली ईस्टर्न कैनाल में ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है। जबकि श्रीगंगानगर जिले में नरमा,कपास,गन्ना व बागवानी की फसलें प्रभावित हो रही है।
गंगनहर में बुधवार को खखां हैड से 1061 क्यूसेक सिंचाई पानी मिल रहा था। इस पानी में 350 क्यूसेक पानी पेयजल के लिए उपयोग में लिया जा रहा है और शेष 711 क्यूसेक सिंचाई पानी में गंगनहर से कुछ ही वितरिकाओं में पानी चला पाना संभव है। किसानों का आरोप है कि जल संसाधन विभाग पंजाब के अधिकारियों पर निर्धारित हिस्से का पानी देने के लिए दबाव नहीं बना पा रहा।
फैक्ट फाइल
-गंगनहर का जून का पानी का निर्धारित शेयर -2000 क्यूसेक
-गंगनहर में खखां हैड पर बुधवार को पानी मिल रहा था- 1061 क्यूसेक
पांैग डेम में पानी कम करने से फिरोजपुर फीडर में दो हजार क्यूसेक पानी कम हो गया। इस कारण पंजाब ने हमारा 500 क्यूसेक पानी कम कर दिया। 45 आरडी पर बुधवार को 1500 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। जो यहां 1161 क्यूसेक मिल रहा था। डेम से पानी बढऩे पर दो दिन बाद पूरा पानी मिलने की उम्मीद है।