सुबह करीब 11 बजे धरना स्थल पर पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) शिवरामसिंह यादव ने ग्रामीणों से तालाबंदी समाप्त करने का आग्रह किया, लेकिन ग्रामीणों और स्कूल बचाओ संघर्ष समिति ने विरोध किया तथा ताला नहीं खोलने दिया। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी यादव ने तीन वर्ष का नामांकन और परीक्षा परिणाम मांगा तो संघर्ष समिति के दो सदस्यों के साथ दो अध्यापको को विद्यालय में भेजकर रिकॉर्ड जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष पेश किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वे तालाबंदी खोले, इसके बाद स्थानांतरण के मामले में विचार किया जाएगा। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि प्राचार्य का स्थानांतरण निरस्त होने पर ही ताला खोला जाएगा। ऐसा नहीं होने पर शुक्रवार से बेमियादी अनशन शुरू कर दिया जाएगा। ग्रामीणों ने स्थानांतरण निरस्त नहीं होने पर विद्यार्थियों का प्रवेश अन्यत्र करवाने की चेतावनी भी दी।
इनका कहना है
ताला तो खोलो, करेंगे विचार
ग्रामीणों ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पर ताला लगाया हुआ है। गुरुवार को धरना स्थल पर ग्रामीणों से समझाइश की थी। इस मामले में यदि ग्रामीण ताला खोलेंगे तो इसके बाद प्राचार्य के स्थानांतरण मामले पर भी विचार किया जाएगा।
-शिवरामसिंह यादव, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक)
शुरू करेंगे बेमियादी अनशन
विद्यालय पर तालाबंदी समाप्त करवाने के लिए गुरुवार को डीईओ धरना स्थल पर आए थे। उन्होंने ग्रामीणों से समझाइश की थी, लेकिन प्राचार्य का स्थानांतरण निरस्त होने पर ही तालाबंदी समाप्त होगी। शुक्रवार से बेमियादी अनशन शुरू किया जाएगा।
-भरत खोथ, सदस्य, स्कूल बचाओ संघर्ष समिति