53 हजार परिवारों का डाटा किया जा रहा ऑनलाइन
स्टाफ की कमी बड़ी बाधा
जोधपुर विद्युत वितरण निगम के पास स्टाफ की कमी बड़ी बाधा बनी हुई है। निगम ने तकनीकी स्टाफ को फाल्ट कंट्रोल में लगा रखा था। अब इन्हें मीटर रीडिंग के काम में लगाया गया है। शहर में वर्तमान में आठ कर्मचारियों को मीटर रीडिंग का जिम्मा सौंपा गया है। निगम के पास वर्तमान में जितना स्टाफ कार्यरत है,उससे दो गुणा ज्यादा कर्मचारियों की आवश्यकता है। डिस्कॉम के पास फिलहाल इतने कार्मिक नहीं है। प्रत्येक सहायक अभियंता कार्यालय के अधीन न्यूनतम पांच मीटर रीडर की आवश्यकता है,लेकिन वर्तमान में हर कार्यालय में औसतन एक रीडर कार्यरत है।
स्टाफ की कमी बड़ी बाधा
जोधपुर विद्युत वितरण निगम के पास स्टाफ की कमी बड़ी बाधा बनी हुई है। निगम ने तकनीकी स्टाफ को फाल्ट कंट्रोल में लगा रखा था। अब इन्हें मीटर रीडिंग के काम में लगाया गया है। शहर में वर्तमान में आठ कर्मचारियों को मीटर रीडिंग का जिम्मा सौंपा गया है। निगम के पास वर्तमान में जितना स्टाफ कार्यरत है,उससे दो गुणा ज्यादा कर्मचारियों की आवश्यकता है। डिस्कॉम के पास फिलहाल इतने कार्मिक नहीं है। प्रत्येक सहायक अभियंता कार्यालय के अधीन न्यूनतम पांच मीटर रीडर की आवश्यकता है,लेकिन वर्तमान में हर कार्यालय में औसतन एक रीडर कार्यरत है।
कहां पर प्रति माह बिल
श्रीगंगानगर शहर
शहर प्रथम
शहर द्वितीय
शहर तृतीय
अगस्त में : गजसिंहपुर
फैक्ट फाइल
10 जिले हैं जोधपुर डिस्कॉम के अधीन।
500 पद स्वीकृत हैं मीटर रीडर के।
300 से अधिक पद इनमें से है रिक्त।
अन्य स्टाफ से लिया जा रहा है सहयोग
श्रीगंगानगर शहर में अब प्रति माह बिजली बिल का विरतण शुरू कर दिया है। अगस्त में गजसिंहपुर में प्रति माह बिल की व्यवस्था शुरू हो जाएगी। मीटर रीडर की कमी है लेकिन अन्य तकनीकी स्टाफ का सहयोग लिया जा रहा है।
केके कस्वां, अधीक्षण अभियंता, जोधपुर डिस्कॉम, श्रीगंगानगर।