रोजाना सफर करने वाले यात्री हनुमानगढ़ से गंगानगर आते समय लालगढ़ जाटान अथवा रास्ते के अन्य स्टैंड तक की टिकट बनवाते हैं। इस स्टैंड से वापस गंगानगर तक की टिकट बनाकर पचास के बजाय बावन रुपए में पहुंच जाते हैं। किराए के इस खेल में रोडवेज अधिकारियों के पास आज तक कोई शिकायत नहीं गई। इस कारण अधिकारी इस प्रकरण से ही अनजान बने हुए हैं।
टोल हटने के बाद से चल रहा खेल निगम की इस रूट की बसों में टोल बूथ हटाए जाने के बाद से यही किराया वसूला जा रहा है। जुलाई 2015 में हनुमानगढ़-गंगानगर टोल रोड़ को टोल फ्री कर दिया गया था। इससे पहले इस रूट पर हनुमानगढ़ तक का सफर साठ रुपए में तय होता था। टोल हटने के बाद किराया में कमी तो की गई लेकिन एक तरफ का 10 और एक तरफ का 5 रुपए कम किया गया।
किराया मुख्यालय से होता है तय रोडवेज के सभी रूटों का किराया जयपुर मुख्यालय से ही तय होता है। स्थानीय स्तर पर इसमें कोई परिवर्तन संभव नहीं है। हनुमानगढ़ जंक्शन तक के सफर में किराए को लेकर परिवर्तन की हमें कभी कोई शिकायत नहीं मिली। एेसा है तो जांच करवाएंगे।
मकबूल अहमद, मुख्य प्रबंधक, गंगानगर आगार। एक्सप्रेस और साधारण बस का होता है अंतर जिस रूट पर किराए की बात की जा रही है उसमें एक्सप्रेस और साधारण बस का किराया अलग-अलग है। साधारण बस पचास रुपए ही लेती है। एक्सप्रेस पचपन रुपए लेती है। अधिक वसूलने का सवाल ही नहीं उठता। हमारे पास कभी कोई शिकायत नहीं आई।
राजीव कुमार, प्रबंधक लेखा, गंगानगर आगार।