इस छात्रवृत्ति योजना में चयन होने पर छात्र-छात्रा को नियमानुसार गुणात्मक शिक्षा,स्वच्छ आवास, बिस्तर,भोजन, पोषाक, पाठ्य पुस्तकें,लेखन सामग्री आदि की सुविधाएं मुफ्त में मिलेगी। इसके लिए निजी विद्यालय को अधिकतम 50000 रुपए वार्षिक अर्थात सात साल में साढ़े तीन लाख रुपए विद्यालय की ओर से व्यय की गई वास्तविक राशि में से जो भी कम हो,का पुनर्भरण विभाग की ओर से किया जाएगा। छठी से बारहवीं तक की पढ़ाई के लिए विद्यार्थियों को किसी भी तरह की राशि का भुगतान विद्यालय को नहीं करना है।
परीक्षा में शामिल होने के लिए विद्यार्थी का राजस्थान का मूल निवासी होना जरूरी है। साथ ही स्वयं का जाति प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा। बच्चे ने पांचवीं कक्षा न्यूनतम सी ग्रेड से उत्तीर्ण होना चाहिए। आवेदक के माता-पिता की दो से अधिक संतान नहीं होनी चाहिए। आवेदन करने वाले विद्यार्थी को माता पिता का आयकर दाता नहीं होना चाहिए। चयन होने बाद भी बारहवीं कक्षा तक सुविधा का लाभ लेने के लिए विद्यार्थी को प्रत्येक कक्षा में कम से कम सी ग्रेड से उत्तीर्ण होना जरूरी है।
चयनित विद्यार्थियों को केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड व अजमेर बोर्ड दोंनो से सम्बद्धता वाले विद्यालयों में पढऩे का अवसर मिलेगा। राज्य भर में 59 विद्यालयों में से 54 आरबीएसइ और पांच सीबीएसइ से संबद्ध हैं।इनमें से पांच स्कूल केवल छात्रों, दो स्कूल केवल छात्राओं और 52 स्कूल छात्र-छात्राओं दोंनों के लिए है। श्रीगंगानगर जिले से दयानंद एंग्लो वैदिक उच्च माध्यमिक को तथा हनुमानगढ़ के श्रीगुरुनानक खालसा सीनियर सैकंडरी स्कूल और संगरिया के केआर आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय को योजना में सम्मिलित किया है।
-आवेदन की अंतिम तिथि- 7 जुलाई