शुगर मिल में गन्ना पिराई ठीक चल रही है लेकिन चीनी की रिकवरी ज्यादा बेहतर नहीं आ रही है। चीनी की रिकवरी 7.15 प्रतिशत चल रही है जबकि औसत चीनी की रिकवरी 8.15 प्रतिशत तक आनी चाहिए। शुरू में ही चीनी की रिकवरी कम आ रही है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि अब मौसम साफ हुआ है। इससे चीनी की रिकवरी में सुधार होगा।
इलाके में सर्दी बढऩे के साथ ही गन्ने में मिठास बढ़ रही है। इस बीच शुगर मिल प्रबंधन ने 15 जनवरी तक 700 किसानों के खातों में ऑनलाइन 10 करोड़ 17 लाख रुपए की राशि का भुगतान कर दिया है। गन्ना तुलाई के बाद समय पर किसानों को गन्ना की राशि मिल चुकी है। इससे किसानों को रबी की फसल व अन्य आवश्यक कार्य में उपयोग कर सकेंगे।
गन्ना उत्पादक किसानों का कहना है कि पिछले तीन वर्ष से गन्ना के भाव में इजाफा नहीं किया जा रहा है। किसानों को 295 से 310 रुपए प्रति क्विंटल गुणवत्ता के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है। जबकि हरियाणा में गन्ना के भाव 350 रुपए प्रति क्विंटल तक किसानों को भुगतान किया जा रहा है। किसानों ने पंजाब-हरियाणा की तर्ज पर श्रीगंगानगर के किसानों को गन्ना का भाव बढ़ाकर राशि का भुगतान करने की मांग विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर व जिला कलक्टर महावीर प्रसाद वर्मा से शुगर गन्ना पिराई सत्र शुरू हुआ था, तब की थी। लेकिन अभी तक शुगर मिल प्रबंधन ने पुराने रेट के आधार पर ही गन्ना का भुगतान किया है।
शुगर में गन्ना पिराई सवा चार लाख क्विंटल तक हो चुकी है और 15 जनवरी तक 700 सौ किसानों को दस करोड़ 17 लाख रुपए का ऑनलाइन भुगतान कर दिया गया है। मिल में प्रतिदिन 15 हजार क्विंटल गन्ना पिराई हो रही है।