कोहरे वाले रेलखंडों के स्टेशनों, समपार फाटकों एवं पूर्व चिन्हित जगहों पर डेटोनेटर की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। डेटोनेटर एक प्रकार का धातु का बना पटाखा होता है,जिसे रेल पथ पर बांधा जाता है,जो रेल इंजन के दबाव से फटकर तेज आवाज करता है। लोको पायलट को सिंगनल एवं अन्य संकेत की दृश्यता ठीक प्रकार से दिखे इसके लिए संकेतकों पर पुन: पेटिंग एवं चमकीले साइन बोर्ड तथा संकेतकों के पास गिट्टियों को चुने से रंगा गया है। इसके अतिरिक्त ऐसे खंड में पेट्रोलिंग की आवृति को बढ़ाकर रेलपथ की निगरानी को बढ़ाया गया है। साथ ही पेट्रोलिंग करने वाले कार्मिक को रेडियम युक्तचमकीले वस्त्र दिए गए हैं जिससे उनकी वैयक्तिक सुरक्षा एवं संरक्षा भी हो पाती है। कोहरे के मौसम में संरक्षा को सुदृढ करने के लिए रेल कर्मियों के विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था,निरीक्षकों व अधिकारियों की ओर से रेलवे स्टाफ की सजगता को लगातार चैक किया जा रहा है।
वेबसाइट पर देखी जा सकती है गाड़ी की लॉकेशन
कोहरे के मौसम में रेल यात्रियों की संरक्षा एवं सुरक्षा के लिए कोशिश की जा रही है। कोहरे की अधिकता वाले रेलखंडों में गाडिय़ां देरी से संचालित हो सकती है।
इससे पूर्व रेलवे की अधिकृत वेबसाइट पर अपनी रेलगाड़ी की वर्तमान स्थिति देखकर स्टेशन पर पहुंचा जा सकता है। फैक्ट फाइल
-फोग सेफ्टी डिवाइस–850 सर्दी के मौसम में घना कोहरा की वजह से रेल दुर्घटनाएं नहीं हो। इसके लिए लोको पायलट को फोग सेफ्टी डिवाइस उपलब्ध करवाए गए हैं। साथ ही जीपीएस सिस्टम से इन पर निरागनी रखी जाएगी।
शशी किरण, सीपीआरओ, रेलवे जयपुर।