SriGanganagar बीमारी ने किया खबरदार, फिर भी सरकारी चाल
Illness warned, yet government move- बढ़ा डेगूं का प्रकोप: नगर परिषद की फोगिंग मशीनें भी ताले में बंद
SriGanganagar बीमारी ने किया खबरदार, फिर भी सरकारी चाल
श्रीगंगानगर। इलाके में मौसमी बीमारियों ने गांव-शहर को घेर लिया है। बच्चे बुखार से तपने लगे है। वायरल और डेंगू ने फिक्र बढ़ा दी है। अच्छी बारिश के बाद हरियाली छाने से मच्छरों की भरमार हो गई है और मच्छरों के लार्वा मारने के लिए गांव तो दूर जिला मुख्यालय पर भी फोगिंग ताले में बंद है। डीडीटी का छिड़काव बंद है और नगर परिषद की ओर से फोगिंग की प्रक्रिया शुभ मुहूर्त का इंतजार कर रही है। इस बीच, प्राइवेट हॉस्टिपल में तो डेगूं पॉजीटिव की कार्ड से जांच कर भयभीत करने की कवायद चल रही है, इस भय से लोगों को मजबूरन मोटी रकम खर्च करनी पड़ रही है। हालांकि सरकारी रेकार्ड में डेगूं पॉजीटिव की संख्या महज 27 बताई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की आशा सहयोगिनों को डेगूं प्रभावित क्षेत्र में सर्वे कराकर एंटी लार्वा डलवाई जा रही है और लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
इधर, मच्छरों के प्रकोप से जिलेभर में न केवल नींद उड़ाई है अब बीमारी का घर बन गई है। दीपावली तक यानि करीब दो महीने तक मच्छरों के लिए मौसम अनुकूूल रहने की स्थिति है और इन पर फोगिंग या अन्य छिड़काव से वार नहीं हुआ तो बीमारी का ग्राफ अनियंत्रित होते देर नहीं लगेगी। वायरल, मलेरिया और डेंगू तीनों की जकडऩ हर घर के लिए चिंता बनने लगी है। सीएचसी-पीएचसी पर ही ओपीडी का आंकड़ा औसतन चार सौ के बीच पहुंच गया है।
सितंबर के पहले सप्ताह के मुकाबले दूसरा दोगुना हो चुका है। जिला अस्पताल में ओपीडी रोजाना करीब दो हजार के आसपास है। जिले में बेकाबू होती बीमारियों पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से नियंत्रण के प्रयास नाकाफी है। हालांकि स्वास्थ्य महकमें ने अभी प्लान बनाया है, जिसे कुछ दिन बाद शुरू किया जाएगा।
इधर, इलाके में डेंगू का असर बढ़ रहा है। अस्पताल में सामान्य दिनों के मुकाबले ओपीडी लगातार बढ़ रही है। रोजाना डेंगू के केस आ रहे है। इलाकों में बीमार बढ़े है। बच्चे भी बुखार की चपेट में आ रहे है। डेगूं के अब तक 27 रोगी आ चुके है। इसमें सत्रह रोगी तो अकेले पुरानी आबादी के चांदनी चौक और रवि चौक एरिया के है। वहीं प्राइवेट नर्सिग होम्स और क्लीनिक पर डेगूं की रोगियों की एक सौ से अधिक हो चुकी है लेकिन इसकी पुष्टि जानबूझकर नहीं की जा रही है।
इसके बावजूद नगर परिषद ने डेंगू नियंत्रण को लेकर फॉगिंग तक शुरू नहीं की है। नगर परिषद की चार छोटी और एक बड़ी फोगिंग मशीनें है। लेकिन पांचों मशीन नगर परिषद प्रशासन ने बाहर निकलवाने की बजाय गोदाम में रखवाई हुई है।
इस बीच डिप्टी सीएमएचओ डा.करण आर्य ने बताया कि प्राइवेट हॉस्पिटल में सिर्फ कार्ड से डेगूं की जांच हो रही है, इस जांच की मान्यता नहीं है। इस संबंध में जल्द सख्त कार्रवाई के लिए आदेश जारी किए जाएंगे। जिन इलाकों में डेगूं की पुष्टि हुई है, उन एरिया में फोगिंग की जा रही है और घर घर सर्वे भी चल रहा है। यह सही है कि बरसाती दौर के बाद वायरल बुखार की संख्या बढ़ी है। अब हर स्तर पर चौकसी और सर्वे का काम तेज गति से किया जाएगा।
इस बीच, नगर परिषद आयुक्त गुरदीप सिंह ने स्वीकारा कि इलाके में वायरल बुखार और डेगूं का प्रकोप है। इस संबंध में जल्द ही मच्छरमार दवा का छिड़काव शुरू कराया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश भी जारी कर दिए है्। मच्छरमार दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। फोगिंग मशीनें भी तैयार हो चुकी है।
Home / Sri Ganganagar / SriGanganagar बीमारी ने किया खबरदार, फिर भी सरकारी चाल