यह बनाई है नई गाइडलाइन
बीमारी की पुष्टि केवल एलाइजा किट से ही मानी जाएगी और इसके लिए निजी केंद्र ब्लड सैंपल चिकित्सालय में भेजेंगे। मलेरिया व डेंगू की जांच के लिए भारत सरकार की गाइडलाइन की पालना करना आवश्यक होगा। अब कोई भी लैब संचालक या चिकित्सा संस्थान किसी कार्ड आदि से जांच कर बीमारी की पुष्टि नहीं कर सकेगा। यही नहीं अब विभाग निरीक्षण अधिकारी के नेतृत्व में टीमें गठित कर किसी भी परिसर में प्रवेश कर फीवर सर्विलेंस, एंटीलार्वल गतिविधियों और इन बीमारियों की रोकथाम के लिए दवा छिडक़ाव कर सकेंगे। संभावित रोगी की ब्लड स्लाइड, घर में पानी इकठ्ठा मिलने पर एंटीलार्वल गतिविधियां कर सकेगा।
आदेश मिलते ही बनाई मॉनीटरिंग टीम
सीएमएचओ ने इस आदेश में गाइडलाइन की पालना कराने के लिए तत्काल मॉनीटरिंग टीम डिप्टी सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला के नेतृत्व में गठित की है। यह टीम पूरे जिले में कार्रवाई करेंगी ताकि आमजन मौसमी बीमारियों से बच सकें। इसके साथ ही सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को पाबंद किया गया है कि वे भी नियमित एंटीलार्वल गतिविधियां गंभीरता से करें। किसी भी तरह की लापरवाही मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-डा. नरेश बसंल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी