भाटी ने उठाव में तेजी लाने के लिए भारतीय खाद्य निगम के क्षेत्र प्रबन्धक प्रिन्स हेमराज वर्मा से बात की। शिष्टमंडल में संगठन के पूर्व अध्यक्ष मक्खन मावर, मंगल देहडान, राजवीर, किशनलाल, सोहनलाल आदि शामिल थे। सिवान ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन खरीद को व्यवस्थित ढंग से करवाने में विफल रहा है, इस बारे में उन लोगों ने शीर्ष अधिकारी से बात की तो संतोषजनक जवाब तक नहीं दिया गया।
उधर, भण्डारण के लिए जगह का टोटा पडऩे के बाद व्यवस्था हो गई है। इसके चलते गुरुवार दोपहर से उठाव फिर शुरू कर दिया गया है। गुणवत्ता निरीक्षक हवासिंह एवं अन्य अधिकारी उठाव में व्यस्त रहे। मंडी में अभी करीब चार लाख चार हजार कट्टों का उठाव होना है। गेहूं की आवक नाम मात्र रह गई है, निर्धारित मापदण्डों पर खरा उतरने वाला गेहूं खरीदने का क्रम भी जारी है।
सरसों-चना में भी समस्या
भण्डारण के लिए जगह की समस्या सरसों एवं चना में भी आई है। राजफैड के क्षेत्रीय प्रबंधक रणवीर सिंह चाहर ने इस बारे में उच्चाधिकारियों को गत दिनों जानकारी दी, उसके बाद अतिरिक्त व्यवस्था कर ली गई है। इनके उठाव का काम शुक्रवार से फिर शुरू हो जाएगा। सरसों एवं चना के भण्डारण के लिए रायसिंहनगर एवं अनूपगढ़ में भी अतिरिक्त व्यवस्था की गई है।