विद्यालय में दिनभर शैक्षणिक कार्य ठप रहा। एसएमसी सदस्य राजकुमार सारस्वत ने बताया कि प्रधानाचार्य के स्थानांतरण आदेश से नाराज छात्राओं ने बुधवार को स्थानांतरण आदेश रद्द करने की मांग को लेकर सुबह करीब आठ बजे ही विद्यालय के प्रवेश द्वार के ताला लगा दिया एवं मुख्य सडक़ मार्ग पर ही धरने पर बैठ गई।
एडीईओ ने की वार्ता
– छात्राओं की ओर से विद्यालय के तालाबंदी एवं धरने की सूचना मिलने पर अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी श्रीगंगानगर सुरेन्द्र सोनी भी तहसीलदार अजीत गोदारा व जनप्रतिनिधियों के साथ वार्ता के लिए पहुंचे। वार्ता में एडीईओ ने छात्राओं एवं जनभावना को निदेशालय तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद छात्राओं ने दोपहर करीब दो बजे अस्थाई रुप से धरना हटा दिया। इस दौरान धरने में शामिल दो छात्राओं की दोपहर को तबीयत बिगड़ गई। जिन्हें राजकीय प्राथमिक चिकित्यालय में भर्ती करवाया गया। जहां उनका प्राथमिक उपचार करवा छुट्टी दे दी गई।
3/4 डीजीएम में दूसरे दिन भी धरना जारी
रामसिंहपुर. गांव 3/4 डीजीएम के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने की मांग को लेकर बुधवार को दूसरे दिन भी धरना जारी रहा। जिसमें श्रीबिजयनगर से आए बीईईओ ने ग्रामीणों से दो बार वार्ता की लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे। जिससे वार्ता विफल हो गई।
जानकारी के अनुसार बीईईओ हाकमसिंह गिल सहित प्रधानाध्यापक जगदीश गजरा तथा महेश मोगां आदि ने दो थर्ड ग्रेड अध्यापक अस्थाई रूप से व्यवस्था में लगाने की बात कही लेकिन ग्रामीणों ने मांग पूरी नहीं होने तक धरना हटाने से इंकार कर दिया।
वहीं किसान नेता श्योपतराम मेघवाल व हरजीराम पटेल ने धरना स्थल पर पहुंचकर समर्थन दिया। धरने पर सरपंच मांगीराम बावरी, ताराचन्द बिश्नोई, बलंवत, हेतराम, प्यारा सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।