दूल्हन के साथ साथ अपने बचत की कमाई भी लूटी तो पीडि़त ने पुलिस से सपंर्क कर पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। पाली पुलिस ने इस मामले में श्रीविजयनगर इलाके के दो जनों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों आरोपियों ने ही पीडि़त के संग ब्याह रचाने का नाटक किया था। पाली जिले के गांव टेवाली निवासी मांगू सिंह ने पाली सदर पुलिस थाने में रिपोर्ट दी कि श्रीगंगानगर जिले के श्रीविजयनगर निवासी शंकरलाल पुत्र मूलाराम कुम्हार व दयालचंद पुत्र ढाईराम सिंधी ने उससे सपंर्क कर शादी कराने का प्रस्ताव रखा था।
उसकी लंबे समय से शादी नहीं हो रही थी। ऐसे में खुशवीर कौर नामक महिला से उसे श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर एक होटल में दिखाया, कुछ दिनों उपरांत उससे शादी कराई। इस एवज में उसने दो लाख रुपए भी दे दिए। लेकिन बीस दिन बाद बिना बताए खुशवीर कौर उसके घर से पचास हजार रुपए की नकदी, करीब पन्द्रह तौला सोने के गहने और कीमती सामान लेकर एकाएक भूमिगत हो गई।
इस संबंध में उसने अपने परिचित के साथ पुलिस अधिकारियों को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। पुलिस ने इस गिरोह को पकडऩे के लिए उसे दयालचंद व शंकरलाल से संपर्क करने को कहा, फोन पर इन दोनों दलालों ने एक लाख रुपए और देने की बात कही। उसके बाद ही खुशवीर कौर को वापस भिजवाने का दावा किया।
जब उसने पाली के कोर्ट परिसर में बुलाया तो वे राजी हो गए। जैसे ही ये दलाल कोर्ट परिसर में एक लाख रुपए की राशि लेने आए तो पहले से मौजूद पुलिस दल ने इन दोनों को दबोच लिया। पुलिस ने इन दोनेां आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की।
तब आरोपी शंकरलाल ने स्वीकारा कि पीडि़त मांगू सिंह का गोडवाड़ क्षेत्र में उसके रिश्तेदार के यहां आना जाना था। तब मांगूसिंह की शादी नहीं होने की बात सामने आई तो उसने मांगू सिंह को फंसाने की प्लानिंग बना ली।