300 रुपए भी नहीं छोड़े
जांच अधिकारी हैड कांस्टेबल महेन्द्र राम ने बताया कि सोमवार को पंजाब की तहसील फाजिल्का के गांव ख्योवाली ढाब चक रूपनगर के मोहनलाल नामक व्यक्ति से पूछताछ की गई। परंतु उसने जो एटीएम दिखाया, वह किसी और का था। मौके पर उसके पुत्र ने बताया कि 16 तारीख को वह खुईयां सरवर के एटीएम से आठ हजार रुपए निकालने गया। रुपए नहीं निकलने पर वहां खड़े एक युवक ने पासवर्ड पूछकर उसकी मदद की थी और रुपए निकालकर देने के बाद कार्ड वापस कर दिया था।
जांच में सामने आया कि वह कार्ड मोहन लाल का नहीं था बल्कि किसी और का पहले से ‘ब्लॉक्डÓ कार्ड था। पुलिस ने बताया कि इसके बाद मोहन लाल के खाते में शेष पड़ी करीब तीन सौ रुपए की राशि भी निकाल ली गई। पुलिस से यह जानकारी मिलने पर मोहन लाल के होश फाख्ता हो गए। उसने उसी समय ही अपना एटीएम कार्ड भी बंद करवाया। हैड कांस्टेबल ने बताया कि इसी तरीके से अबोहर में भी 80 हजार रुपए निकालने का मामला सामने आया है।
यह है मामला
गौरतलब है कि 17 अप्रेल को गांव एक एफसी निवासी जयलाल पुत्र मघाराम बावरी पुरानी धानमंडी स्थित एसबीआई एटीएम में ढाई हजार रुपए निकलवाने आया था। तीन-चार बार कोशिश के बाद भी रुपए नहीं निकलने पर उसने वहां खड़े एक युवक से मदद मांगी। युवक ने पासवर्ड पूछकर जयलाल को ढाई हजार रुपए तो निकाल दिए। लेकिन इस दौरान उसका कार्ड बदल दिया। बाद में उसके खाते से करीब 47 हजार रुपए निकाल लिए। इसमें साढ़े सैंतीस हजार रुपए तो कार्ड के माध्यम से निकाले गए। खाते में पड़े शेष नौ हजार रुपए पंजाब की तहसील फाजिल्का के गांव ख्योवाली ढाब चक रूपनगर के मोहनलाल नामक व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर किए। और कुछ देर बाद पदमपुर जाकर एटीएम कार्ड के माध्यम से वे भी निकाल लिए गए।