जिस फर्म को यह ठेका दिया है कि उसी फर्म को पिछले साल महज दो करोड़ रुपए में ठेका दिया था और अब यह 3 करोड़ 88 लाख रुपए में दिया गया है। उसका यह भी आरोप है कि महज तीन महीने पहले इसी ठेका फर्म को इतने ही वार्डों की सफाई के एवज में 6 करोड़ 20 लाख रुपए में ठेका देने की तैयारियां हो चुकी थी, तब पार्षदों ने जब डीएलबी में शिकायत की तो यह ठेका निरस्त कर दिया गया। पार्षद गौड़ ने शुक्रवार को आयुक्त को ज्ञापन देकर शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि ठेका फर्म श्याम एसोसिएशट पर इतनी मेहरबानी की वजह क्या है, नगर परिषद के अधिकारी और कर्मचारी इस फर्म को ही ठेका दिलाने में दिलचस्पी क्यों नजर आ रहे हैं।
ऑनलाइन निविदा की प्रक्रिया पर भी सवाल
सफाई ठेके के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई गई थी, इसमें पुरानी ठेका फर्म श्रीश्याम एसोसिएशटस की सबसे न्यून दर 3 करोड़ 88 लाख 98 हजार 631 रुपए होने पर उसे फिर से ठेका देने का निर्णय किया गया है। इसके अलावा फर्म शिव सिक्योरिटी एंड प्लेसमेंट सर्विस की दर 4 करोड़ 90 लाख रुपए थी, तीसरी फर्म मैसर्स सुखपाक सिंह कॉन्टेक्टर ने 4 करोड़ 28 लाख रुपए और चौथी फर्म डींग मैनपावर एंड सिक्योरिटीज सर्विस प्राइवेट लिमिटेड ने 4 करोड़ 88 लाख रुपए के रेट दिए थे।