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कानून बनने पर ही किसानों को राहत
एमएसपी पर खरीद का कानून बनने पर ही किसानों की अधिकांश समस्याओं का निस्तारण होगा। यह कहना है जय किसान आंदोलन के राज्य संयोजक रमन रंधावा का। उनका कहना है कि सरकार एमएसपी पर कुल उत्पादन का दस प्रतिशत ही खरीद करती है। यदि एमएसपी पर कृषि जिन्सों की संपूर्ण खरीद का कानून बन जाए तो किसानों को आर्थिक मार नहीं पड़ेगी।
सरसों का उत्पादन क्यूं कम हुआ
केंद्र के स्तर पर सरसों का आयात शुल्क कम कर देने से इंडोनेशिया, कनाडा, ब्राजील आदि देशों से बड़ी मात्रा में सरसों और सरसों का तेल आ रहा है। यही वजह है कि किसानों को सरसों की उपज के सही दाम नहीं मिल पा रहे। पॉम ऑयल भी सरसों में मिलाकर बेचा जा रहा है। इस पर सरकार की निगरानी नहीं है।
सबसे ज्यादा उत्पादन भरतपुर में प्रदेश में सरसों का सर्वाधिक उत्पादन भरतपुर में होता है। इसके अलावा श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, अलवर, धौलपुर, सवाईमाधोपुर, करौली सहित अन्य क्षेत्र में अच्छी मात्रा में सरसों का उत्पादन होता है।
बुवाई का क्षेत्रफल कम हुआ पिछले पांच वर्ष की बात की जाए तो राज्य में सरसों की औसत बुवाई 28 लाख 9 हजार हेक्टेयर में हो रही है। वर्ष 2022-23 में राज्य में रेकॉर्ड 45 लाख 52 हजार हेक्टेयर में सरसों की बुवाई हुई। श्रीगंगानगर खंड में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 65 हजार 769 हेक्टेयर में सरसों की बुवाई कम हुई है। पिछले वर्ष इस खंड में 6 लाख 20 हजार 853 हेक्टेयर में सरसों की बुवाई हुई थी।
इस सीजन सरसों का उत्पादन
-भारत में सरसों का उत्पादन-125 लाख मीट्रिक टन -भारत में सरसों का केरी स्टॉक- 15 लाख मीट्रिक टन -राज्य में सरसों का उत्पादन-42 लाख मीट्रिक टन राज्य में पिछले पांच वर्ष में सरसों की बुवाई व उत्पादन
वर्ष बुवाई उत्पादन 2019-20 27.13 42.88
2020-21 26.17 44.82
2021-22 41.74 71.63
2022-23 37.98 64.75
2023-24 37.51 62.31
(बुवाई हेक्टेयर में और उत्पादन लख मीट्रिक टन में है। ) स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू नहीं की जा रही। इस कारण किसानों को कृषि जिन्सों का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा। केंद्र सरकार ने एमएसपी 5650 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है, जबकि बाजार में 4700 से 5100 रुपए प्रति क्विंटल तक बिक रही है।
मनीराम पूनिया, प्रगतिशील किसान, गांव सांवतसर, पदमपुर।
इस बार मौसम ठीक रहा और श्रीगंगानगर सहित राज्य भर में इस बार सरसों का बंपर उत्पादन होने की उम्मीद है। वर्तमान में सरसों का भाव 4700 से 5100 रुपए प्रति क्विंटल है। उम्मीद है कि इस सीजन सरसों के भाव में कोई ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिलेगा। किसानों को औसत पांच हजार रुपए से कम भाव नहीं मिलेगा। सरसों के तेल का भाव श्रीगंगानगर में 105 रुपए प्रति लीटर तक चल रहा है।
दीपक कांडा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, मस्टर्ड ऑयल प्रोड्यूसर एसोसिएशन।