मगर लोगों को अब भी इससे कोई राहत नहीं मिली है। ऑनलाइन प्रक्रिया में परिवहन विभाग की वेबसाइट पर जाकर एप्लीकेशन फार्म को भरना होता है इसमें पहचान के दो दस्तावेज और जन्म संबंधी दस्तावेज स्कैन कर इसे अपलोड करना पड़ता है। परिवहन विभाग से ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अपनी सुविधा के अनुसार तारीख ली जा सकती है। आवेदक को उसी दिन डीटीओ कार्यालय जाकर अन्य फार्मलिटी पूरी करनी होती है। ऑनलाइन आवेदन के लिए आम आदमी ई-मित्रा कार्यालय से मदद ले सकते हैं। लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए यह योजना शुरू की गई पर हकीकत में अब भी इसका पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है। ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए लोगों को एजेंटों की जरूरत महसूस हो रही है।
जिला परिवहन अधिकारी जुगल किशोर माथुर का कहना है कि स्टाफ की कमी के चलते एक ही खिड़की पर बाबू लगाया गया है। पुराने लाइसेंसो को अपडेट करने के लिए कम से कम 10 मिनट लग जाते है। यह सारा काम अभी मैन्युअल कर उसे जयपुर भिजवाया जा रहा है। एक सप्ताह के बाद लाइसेंस संबंधी सभी काम पूरे तौर से अपडेट हो जाएंगें और उसके बाद खिड़की पर आम लोगों की कतार नजर नहीं आएगी।