सूत्रों के अनुसार, सरहद पर संदिग्ध ड्रोन दिखाई देने पर यह आवाज आने लगीं। सुबह सवेरे धमाकों और गोलियां चलने की आवाजों से ग्रामीण भयभीत हो गए। इन धमाकों के दौरान भारतीय सेना द्वारा यूएवी को मार गिराने की सूचना है। यूएवी के मलबे को ढूंढने के लिए सेना द्वारा खेतों के आसपास सर्च अभियान को चलाया जा रहा है। एयर स्ट्राइक के बाद से ही पड़ोसी देश पाकिस्तान भारतीय सेना की गतिविधियों की जासूसी करने के लिए बार-बार कैमरे लगे ड्रोन भेज रहा है।
पाकिस्तान के पास मिलिट्री सेटेलाइट नहीं है जबकि भारत ने अपने सेटेलाइट इस समय पाक के ऊपर कर रखे हैं। पाक ने चीन से इसके लिए लिंक मांगा है। इसके समानांतर पाक यूएवी से भारत पर निगाहें रखने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भारतीय सेना ने पिछले एक पखवाड़े में पाक के कई यूएवी मार गिराए, जिससे उसको 80 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है। वैसे सामान्य दिनों में भी पाक के यूएवी अपनी सीमा में करीब 5 किलोमीटर ऊपर तक मंडराते हैं लेकिन इन दिनों भारत की आर्मी व एयरफोर्स सक्रिय होने से उसे नुकसान हो रहा है।
दरअसल पाकिस्तान को एक और सर्जिकल स्ट्राइक का डर सता रहा है। उसे अंदेशा है कि इस बार सर्जिकल स्ट्राइक श्रीगंगानगर अंतरराष्ट्रीय सीमा के किसी भी इलाके से हो सकती है। पाकिस्तान बार-बार यूएवी भेजकर सेना और बीएसएफ की मूवमेंट की जानकारी लेना चाह रहा है। आतंककारी संगठन जैश-ए-मुहम्मद का मुख्यालय पाकिस्तान के बहावलपुर में है जो कि श्रीगंगानगर और बीकानेर सेक्टर के सामने है। जैश का संस्थापक मसूद अजहर भी बहावलपुर का है। खुफिया एजेंसियों का कहना है कि बहावलपुर के आसपास पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई वहां कई आतंकी ट्रेनिंग कैंप चला रही हैं, जिससे वहां आतंकियों का जमावड़ा रहता है।
ऐसे में पाक को डर है कि इस बार एयर स्ट्राइक श्रीगंगानगर बार्डर से ही की जाएगी। पाकिस्तान इस आशंका से कांप रहा है कि भारतीय वायुसेना पाकिस्तान में आतंक केे सरगना महसूद अजहर के ठिकाने पर हमला कर सकती है। इसी आशंका व भारत के साथ तनाव के बीच पाकिस्तानी एयरफोर्स ने राजस्थान और गुजरात की सीमा से लगते फॉरवर्ड एयर बेस पर लड़ाकू विमान तैनात कर दिए हैं। पाकिस्तान के दक्षिण में स्थित अधिकांश एयर बेस पिछले पखवाड़े में ही सक्रिय हुए हैं। यहां तक कि पिछले वर्ष कच्छ के पास बने भोलारी एयरबेस पर भी जेएफ-17 एयरक्राफ्ट आ गए हैं।