श्रीगंगानगर सेक्टर के सामने पाकिस्तान का ज्यादातर इलाका बारानी है। इस बार मानसून की बरसात अच्छी होने से उनके खेतों में सरसों, चना और तारामीरा की फसल लहलहा रही है। तनाव की स्थिति के चलते फसलों की सार-संभाल के लिए कोई नहीं आ रहा।
दिनचर्या पर असर
पाकिस्तान के गांव खाली होने का असर गांवों की दिनचर्या पर भी पड़ा है। गांव रेणुका के मनीराम बताते हैं उनके गांव के सामने पाकिस्तान का गांव हमीर खेड़ा है। गांव की मस्जिद से सुबह 5 बजे अजान होने पर इधर हमारे गांव में जाग हो जाती और लोग अपने काम में जुटना शुरू हो जाते। दस-पंद्रह दिन से अजान सुनाई देनी बंद हुई तो लोग देरी से उठने लगे हैं।