मंडी के जीबी माइनर की साफ सफाई के अभाव में टेल के किसानों को पेयजल व सिंचाई पानी उपलब्ध नहीं होने से टेल पर लगाया गया धरना दूसरे दिन भी जारी है व सोलह जून तक समस्या से निजात नहीं मिली तो 17 जून से तीन जने अनशन पर बैठने की चेतावनी भी दी गई है।
जानकारी के अनुसार श्री बिजयनगर के पास से करणी जी नहर से निकलने वाला पन्द्रह मोघों के जीबी माइनर की गत कई वर्षो से साफ सफाई नहीं होने से यह घास फूस व मिट्टी से अटा पड़ा है जिससे 51 जीबी से 56 जीबी बी तक छह मोघे के किसानों को सिंचाई पानी तो दूर की बात पेयजल भी नसीब नहीं हो रहा है जिसके चलते 56 जीबी ए के वाटरवर्क्स की डिग्गियां खाली पड़ी रहने से यहां के पांच गावों में पेयजल की किल्लत आ जाने से गत सोमवार को यहां के लोगों को वाटरवर्क्स में भी धरना लगाना पड़ा।
लेकिन पीएचईडी विभाग के एक्सईएन ने मौके पर पहुंचकर समस्या देखने पर पाया की जल संसाधन की अनदेखी के कारण जीबी माइनर में 12 गेज में से टेल पर तीन गेज ही पानी आ रहा है. जिसके चलते यहां के लोगों ने वाटरवर्क्स से धरना उठाकर मंगलवार को जीबी माइनर की टेल पर धरना लगा दिया जो बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा
-सत्रह जून को तीन जने बैठेगें अनशन पर
जीबी माइनर साफ सफाई के अभाव में मिट्टी व घास फूस से अटा रहने से टेल के किसानों को पानी नहीं मिल रहा है. जिसके चलते यहां के किसानों ने मंगलवार से टेल पर धरना लगा कर जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर चेतावनी दी है की 16 जून तक इन किसानों की सुनवाई नहीं हुई तो 17 जून से सामाजिक कार्यकर्ता शमशेर सिंह, गुरनाम सिंह बराड़ व जसकरण सिंह तीनों जने अनशन पर बैठेगे. जिनकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
जीबी माइनर साफ सफाई के अभाव में मिट्टी व घास फूस से अटा रहने से टेल के किसानों को पानी नहीं मिल रहा है. जिसके चलते यहां के किसानों ने मंगलवार से टेल पर धरना लगा कर जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर चेतावनी दी है की 16 जून तक इन किसानों की सुनवाई नहीं हुई तो 17 जून से सामाजिक कार्यकर्ता शमशेर सिंह, गुरनाम सिंह बराड़ व जसकरण सिंह तीनों जने अनशन पर बैठेगे. जिनकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।