इसके बाद सुबह साढ़े ग्यारह बजे नेशनल हाइवे को जाम लगाकर रोड पर ही धरना लगाकर बैठ गए। इससे पंजाब और राजस्थान दोनों तरफ एक-एक किलोमीटर तक जाम लग गया। विभिन्न संगठनों की तरफ से लगाया गया सांकेतिक जाम बीस मिनट तक चला। जाम के दौरान मुकेश साहू, मनिन्द्र मान, अमर सिंह बिश्नोई, सोनू नागपाल, दयाराम कुलचानिया, गुरलाल सिंह, संदीप बिश्नोई, जीत बेदी, इंद्राज बिश्नोई, गुरचरण खोसा आदि मौजूद थे।
जाम के दौरान नहीं दिखी पुलिस
पंजाब से आ रहे दूषित पानी के खिलाफ लिंक कैनाल पर लोगों ने करीब एक घंटे तक वाहन चालकों को पंजाब से नहरों में आ रहे गंदे पानी को दिखाते हुए जागरुक करने का प्रयास किया। इसके बाद सांकेतिक जाम लगाते हुए बीस मिनट तक नेशनल हाइवे को जाम रखा। लेकिन पुलिस का एक भी कार्मिक यहां नजर नहीं आया। यहां सीआईडी के कर्मचारी मौजूद थे, ऐसे में ये नहीं कह सकते कि पुलिस या प्रशासन को लिंक कैनाल पर हो रहे घटनाक्रम के बारे में जानकारी न हो।
जिला कलक्ट्रेट पर विभिन्न संगठनों ने किया प्रदर्शन
दूषित पानी के मुद्दे को लेकर विभिन्न संगठनों ने सोमवार को जिला कलक्ट्रेट पर भी प्रदर्शन किया। इसमें भाजयुमो, किसान संघर्ष समिति, भारतीय किसान संघ सहित अन्य संगठनों ने प्रदर्शन किया।
मेरा परिवार कैंसर से पीडि़त
साधुवाली गांव के रहने वाले महेश को जब पता चला कि लिंक कैनाल पर पंजाब से आ रहे दूषित पानी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है तो वह प्रदर्शन में शामिल होने खेत से आ गया। महेश का कहना था कि उसके भाई और भाभी दोनों कैंसर से पीडि़त हैं ऐसे में मुझे जैसे ही पता चला कि यहां कैंसर के खिलाफ जागरुकता के लिए प्रदर्शन हो रहा है तो मैं भी इसमें शामिल होने आया हूं।