जबकि, रायसिंहनगर के डॉ. अशोक गुप्ता, फिरोजपुर के सोनोग्राफी सेंटर के मालिक डॉ. उमेश शर्मा, सहयोगी व दलाल बॉबी प्रवीण की
गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। डिकॉय ऑपरेशन में लगी टीमों की करीब पांच घंटे की लंबी पूछताछ के दौरान डॉ. अशोक गुप्ता की तबीयत बिगडऩे के बाद उसे कुछ देर के लिए पुलिस अभिरक्षा में उनके नर्सिंग होम भिजवाया गया था।
इसके बाद से उनके बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई। टीमों के द्वारा गिरफ्तारी के लिए देर रात भी दबिश दी गई लेकिन गिरफ्तारी
नहीं हो सकी। टीम के सदस्य एवं निरीक्षक उमेशकुमार ने बताया कि डॉ. अशोक गुप्ता सहित तीनों अन्य आरोपितों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
यह है मामला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा पीसीपीएनडीटी टीम ने शुक्रवार रात डिकॉय ऑपरेशन के तहत पंजाब के फिरोजपुर शहर में एसएसके अल्ट्रासाउंड पर गर्भस्थ शिशु की लिंग जांच करते कुछ लोगों को पकड़ा था। इस मामले में
दो दलाल और एक चिकित्सक को शनिवार को रायसिंहनगर के पीसीपीएनडीटी न्यायालय में पेश किया गया। बाद में न्यायालय के आदेश पर दलाल नर्स संदीप कौर, पंजाब के दलाल अमनदीपसिंह और अल्ट्रासाउंड सेंटर सोनोलोजिस्ट डॉ. संदीपसिंह को 31 मार्च तक जेल भेज दिया।
फैला है नेटवर्क यह मामले में गर्भस्थ शिशु की लिंग जांच में 35 हजार रुपए में सौदा होने की बात सामने आई। टीम ने बताया कि आरोपितों का नेटवर्क बड़ा है।
गर्भस्थ शिशु की लिंग जांच का जांच का काम कई जिलों में फैला हुआ है। इनका नेटवर्क राजस्थान के साथ पंजाब और हरियाणा में भी है।