पदाधिकारियों ने बताया कि रामलीला देखने के लिये जो भी कोई रामलीला के पात्रों का कोई स्वरूप बन के आयेगा उसे सम्मानित किया जायेगा। पदाधिकारियों ने बताया कि परंपरागत पर्दे और जंगल के जीवंत दृश्यों का अहसास करवायेंगे। उन्होने कहा कि रामलीला के माध्यम से संस्था मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और भरत के त्याग और भाईचारे की शिक्षा देने का प्रयास कर रही है। इसी लिये संस्था ने 50 युवकों को रामलीला से जोड़ा है। अनेक युवा भी रामलीला मेँ विभिन्न पात्रों की भूमिका मेँ होंगे। इस दौरान अध्यक्ष ओम असीजा, सचिव राज जनवेजा, कोषाध्यक्ष दीपक जसुजा वरिष्ठ उपाध्यक्ष सोनू अनेजा ,उपाध्यक्ष टिकम गर्ग तथा हनुमान का पात्र निभाने वाले रामचन्द्र खुराना मौजूद थे। रामलीला मेँ 24 सितंबर को पहले दिन नारद मोह का मंचन होगा। दूसरी नाइट को राम जन्म की लीला दिखाई जायेगी। 26 सितंबर को तड़का वध और सीता स्वयंबर का मंचन किया जायेगा। 27 सितंबर को राम का वन गमन दिखाया जायेगा। 28 सितंबर को भरत मिलाप की लीला होगी। 29 सितंबर को सीताहरण लीला दिखाई जायेगी। इसी प्रकार 30 सितंबर को लंका दहन और श्रीहनुमान जी की झांकी दिखाई जायेगी। एक अक्टूबर को लक्ष्मण मूर्छित होगा। दो अक्टूबर और 3 अक्टूबर को श्रीराम और रावण की सेनाओं मेँ युद्ध की लीला का मंचन होगा।