रेल प्रशासन इस संबंध में सख्त कदम उठा रहा है। रेलवे का यह प्रयास है कि कोई भी ट्रेन समय पर रवाना होकर निर्धारित समय पर ही अपने गंतव्य तक पहुंचे। रेलयात्रियों से अपेक्षा है कि वे रेलवे की समयबद्धता की सफलता में रेलवे (pull the chain) को अपना सहयोग प्रदान करें। श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन पर गाड़ी समय पर रवाना करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
उतर-पश्चिम रेलवे के सीपीटीएम तरुण जैन ने बताया कि आम तौर पर देखा गया है कि कुछ यात्री आदतन ट्रेन के निर्धारित समय पर ही स्टेशन पर पहुंचते हैं। टिकट लेकर भागते हुए चलती ट्रेन में चढऩे का प्रयास करते हैं। अब तक गार्ड को इशारा करने से वह ड्राइवर से वाकी-टाकी पर बात कर ट्रेन रूकवा लेता था। या फिर किसी से चेन खींचवा ट्रेन रुकवा लेता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
रेल यात्रियों को समय सीमा का ध्यान रखना होगा तथा समय से पूर्व रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर टिकट लेने के बाद ट्रेन की रवानगी से पूर्व ही अपनी सीट ग्रहण करनी होगी।
डेटा लॉगर से जुड़े स्टार्टर वर्तमान में अनेक रेलवे स्टेशनों पर डेटा लॉगर लगा दिए हैं, जो ट्रेन के सही समय पर रवाना होने या न होने की जानकारी रेल मुख्यालय को दे रहे है। ट्रेन के निर्धारित समय पर रवाना होने के बाद ज्यों ही ट्रेन का इंजन डेटा लॉगर से जुड़े स्टार्टर के आगे से गुजरता है, त्यों ही मुख्यालय को कन्फर्म हो जाता है कि ट्रेन समय पर रवाना हुई या नहीं हुई।
पहले पहुंचना होगा यात्री को रेलवे में दुर्घटनाएं रोकने के अलावा समय की पाबंदी पर विशेष जोर दिया जा रहा है। जो यात्री समय से पूर्व ट्रेन में नहीं चढ़ पायेगा, उसकी ट्रेन छूट जायेगी। इशारा करने के बावजूद गार्ड ट्रेन को नहीं रूकवा पायेगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि श्रीगंगानगर से किसी गाड़ी का रवानगी समय 2 बजे है तो उस यात्री को आधा घंटा पहले या कम से कम 20 मिनट (rajasthan patrika news) पहले रेलवे स्टेशन पहुंच जाना चाहिए। यह समय उसके टिकट खरीदने, प्लेटफार्म तक पहुंचने व अपना स्थान ग्रहण करने में लगेगा। अगर यात्री (passenger) ऐसा नहीं करेगा तो उसकी ट्रेन छूट जायेगी।
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यात्रियों को गाड़ी रवाना होने सेआधा (sriganganagar hindi news) घंटा पहले स्टेशन पर पहुंच कर टिकट आदि खरीद कर गाड़ी में बैठना चाहिए। अक्सर यात्री भाग कर गाड़ी पकड़ते हैं। श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन पर पंजाब व हरियाणा जाने वाली गाडिय़ों में जाने के लिए यात्री रेलवे लाइनों को सीधे पार कर गाड़ी में चढऩे की कोशिश करते हैं। इससे दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है।
-डीके त्यागी, स्टेशन अधीक्षक, श्रीगंगानगर।