छात्रा सिमरन, फिरदौस, रूप राणी, वर्षा, संतोष, मोनिका, साहिल व लक्ष्मी ने बताया कि पंजाबी, हिंदी और सामाजिक विज्ञान विषय का अब तक एक भी कालांश नहीं लगा है, जबकि अगले माह अद्र्धवार्षिक परीक्षा है। बुधवार सुबह 9.30 बजे स्कूल खुला और सभी छात्र-छात्राएं एकत्रित होकर स्कूल के मुख्य गेट के ताला लगाकर धरना पर बैठ गई। उन्होंने अपने स्कूल बैग भी दरी बिछाकर उस पर रख दिए।
विद्यालय बंद होने की सूचना पर बीईईओ सुरेश कौशिक पहुंचे। उन्होंने अध्यापिका रंजूबाला को पोषाहार की व्यवस्था सुचारू करवाने की हिदायत दी। वहीं, जिला अभिभावक संघ अध्यक्ष बोबी पहलवान सहित पदाधिकारी भी पहुंचे और एक सप्ताह में शिक्षक नहीं लगाने पर फिर से तालाबंदी की चेतावनी दी।
इसलिए बिगड़ी व्यवस्था
इस स्कूल में 223 विद्यार्थी हैं और अध्यापकों के आठ पद स्वीकृत हैं। लेकिन दो अध्यापक ही स्थाई रूप से नियुक्त हैं। चार अध्यापक-अध्यापिकाओं को व्यवस्था के लिए लगा रखा है। प्रधानाध्यापक कुलदीप सिंह को डेंगू है। वे 16 नवंबर से नहीं आ रहे। अध्यापिका हेमलता खत्री और वरिष्ठ अध्यापक बनवारी लाल अवकाश पर थे। अध्यापिका रजनी को चक 2 डी छोटी से यहां लगाया गया है। वे बीएलओ हैं और अभी तक वहां से रिलीव नहीं हुई हैं। बुधवार को रंजूबाला और संतोख सिंह ही आए लेकिन देरी से। इस कारण स्कूल खुलने के तत्काल बाद विद्यार्थियों ताला जड़ दिया। मौके पर पहुंचे बीईईओ ने पूछा तो अध्यापिका ने स्वीकार किया कि वे थोड़ी देर से आई हैं और अध्यापक संतोष सिंह भी तबीयत खराब होने के चलते देरी से आए हैं। सूचना पर पुरानी आबादी पुलिस का जाब्ता भी मौके पर तैनात रहा।
सर बहुत चिंता हो रही है आठवीं बोर्ड है?
स्कूल खुलने के बाद बीईईओ कौशिक ने प्रत्येक कक्षा में जाकर विद्यार्थियों से बात की। उन्होंने छात्राओं से सवाल किया कि आपको स्कूल बंद करने के लिए किसने कहा और आप ताला कहां से लेकर आए ? इस पर एक बालिकाओं ने जवाब दिया कि ताला स्कूल का ही था। वहीं, आठवीं कक्षा की एक बालिका ने कहा कि सर, इस बार आठवीं बोर्ड की परीक्षा है। अभी तक पढ़ाई शुरू नहीं हुई तो चिंता हो रही है।
फैक्ट फाइल
– इस स्कूल में विद्यार्थी- 223
-अध्यापक के पद स्वीकृत-08
– स्कूल में अध्यापक कार्यरत- 06
-बुधवार को आए शिक्षक- 02
स्कूल में छह अध्यापक-अध्यापिका लगा रखे हैं, लेकिन बुधवार को चार अध्यापक नहीं आए। एक को डेंगू, एक अवकाश पर, एक को अचानक काम हो गया और एक अभी तक रिलीव तक नहीं हुई। इस कारण छात्र-छात्राओं ने स्कूल के ताला लगा दिया।
सुरेश कुमार कौशिक, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, श्रीगंगानगर।