scriptनए शिक्षा सत्र में तार्किक शिक्षण से लाभान्वित होंगे 9वीं से 12वीं के विद्यार्थी | Students of 9th to 12th will benefit from logical teaching in the new | Patrika News
श्री गंगानगर

नए शिक्षा सत्र में तार्किक शिक्षण से लाभान्वित होंगे 9वीं से 12वीं के विद्यार्थी

नए शिक्षा सत्र में तार्किक शिक्षण से लाभान्वित होंगे 9वीं से 12वीं के विद्यार्थी
-सीबीएसइ पैटर्न परिवर्तन से बदलेगा पढ़ाई का तरीका

श्री गंगानगरApr 30, 2021 / 11:06 am

Krishan chauhan

नए शिक्षा सत्र में तार्किक शिक्षण से लाभान्वित होंगे 9वीं से 12वीं के विद्यार्थी

नए शिक्षा सत्र में तार्किक शिक्षण से लाभान्वित होंगे 9वीं से 12वीं के विद्यार्थी

नए शिक्षा सत्र में तार्किक शिक्षण से लाभान्वित होंगे 9वीं से 12वीं के विद्यार्थी

-सीबीएसइ पैटर्न परिवर्तन से बदलेगा पढ़ाई का तरीका

श्रीगंगानगर. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तरफ से वर्ष 2021-22 में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं का पैटर्न बदलने के बाद अब स्कूलों में पढ़ाई का तरीका भी बदल जाएगा। शिक्षकों को नए पैटर्न के अनुसार ही पढ़ाई और तैयारियां करवानी पड़ेगी। उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह सीबीएसइ ने परीक्षाओं के लिए नया पैटर्न जारी किया है जिसे इस साल शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र से लागू किया जाएगा। नए पैटर्न के अनुसार सीबीएसइ विद्यार्थियों के चिंतन स्तर को बेहतर बनाना चाहता है। जिसके चलते अब शिक्षकों को प्रत्येक विषय वस्तु और अधिक तार्किक ढंग से समझाने की जरूरत पड़ेगी। गौरतलब है कि यह पैटर्न बोर्ड कक्षाओं के साथ-साथ 9 वीं और11 वीं कक्षा में भी लागू होना है।
1 जून को होगा 12वीं की परीक्षा पर रिव्यू
सीबीएसइ के अनुसार इस साल स्थगित की गईं 12वीं की परीक्षाओं पर कोविड की स्थितियों के हिसाब से 1 जून को विचार किया जाएगा। जबकि इस वर्ष बदले हुए नये पैटर्न के आधार पर ही सैंपल पेपर जारी किए जाएंगे। सीबीएसइ ने इसी पैटर्न से स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं। जिससे विद्यार्थियों को समय से इसकी जानकारी मिल पाएंगी।
काफी सालों से बोर्ड कर रहा है नवाचार
सीबीएसइ की 10वीं-12वीं की वार्षिक परीक्षाओं में लाखों विद्यार्थी बैठते हैं। जिनके परिणाम में गुणात्मक सुधार के लिए बोर्ड द्वारा पिछले कई सालों में परीक्षाओं के दौरान बहुत से नवाचार किए गए हैं। जिनमें बोर्ड परीक्षाओं में 15 मिनट पहले प्रश्न पत्र पढऩे का अवसर,प्रश्नों की उत्तर शब्द सीमा निर्धारण,उत्तर में अपेक्षित चित्रों को बढ़ावा देना व गणित विषय के कठिन और सरल पेपर के विकल्प महत्वपूर्ण नवाचार हैं।
माध्यमिक कक्षाओं का मौजूदा पैटर्न

30 प्रतिशत प्रश्न बहु-विकल्पीय, व्यक्तिगत अध्ययन और स्त्रोत पर आधारित जबकि पहले 20 प्रतिशत सवाल बहुविकल्पीय और प्रायोगिक ज्ञान के आधार पर होते थे।
-दोनों कक्षाओं में 20 प्रतिशत प्रश्न वस्तुनिष्ठ होंगे।
-60 प्रतिशत सवाल लघुत्तर दीर्घ उत्तर वाले प्रश्न होते थे। लेकिन अब 50 प्रतिशत सवाल छोटे-बड़े उत्तर वाले रहेंगे।
-उच्च माध्यमिक कक्षाओं का मौजूदा पैटर्न
-क्षमता आधारित 20 फीसदी प्रश्न होंगे जिनमें व्यक्तिगत अध्ययन, बहुवैकल्पिक,एकीकृत प्रकार के प्रश्न शामिल होंगे।-20 अंकों के वस्तुनिष्ठ प्रश्न रहेंगे।
-लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों को अब 70 फीसदी से घटा कर 60 फीसदी कर दिया गया है।
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सीबीएसइ द्वारा परीक्षा-2022 के लिए जारी पैटर्न के अनुसार विद्यार्थियों को अपनी निजी समझ से उत्तर देने होंगे। इससे बच्चों में रटने की बजाय रचनात्मक और योग्यता आधारित सोच का विकास होगा।
-भूपेश शर्मा, समन्वयक, विद्यार्थी परामर्श केंद्र, शिक्षा विभाग, श्रीगंगानगर।

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