सीबीएसइ के अनुसार इस साल स्थगित की गईं 12वीं की परीक्षाओं पर कोविड की स्थितियों के हिसाब से 1 जून को विचार किया जाएगा। जबकि इस वर्ष बदले हुए नये पैटर्न के आधार पर ही सैंपल पेपर जारी किए जाएंगे। सीबीएसइ ने इसी पैटर्न से स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं। जिससे विद्यार्थियों को समय से इसकी जानकारी मिल पाएंगी।
सीबीएसइ की 10वीं-12वीं की वार्षिक परीक्षाओं में लाखों विद्यार्थी बैठते हैं। जिनके परिणाम में गुणात्मक सुधार के लिए बोर्ड द्वारा पिछले कई सालों में परीक्षाओं के दौरान बहुत से नवाचार किए गए हैं। जिनमें बोर्ड परीक्षाओं में 15 मिनट पहले प्रश्न पत्र पढऩे का अवसर,प्रश्नों की उत्तर शब्द सीमा निर्धारण,उत्तर में अपेक्षित चित्रों को बढ़ावा देना व गणित विषय के कठिन और सरल पेपर के विकल्प महत्वपूर्ण नवाचार हैं।
-दोनों कक्षाओं में 20 प्रतिशत प्रश्न वस्तुनिष्ठ होंगे।
-60 प्रतिशत सवाल लघुत्तर दीर्घ उत्तर वाले प्रश्न होते थे। लेकिन अब 50 प्रतिशत सवाल छोटे-बड़े उत्तर वाले रहेंगे।
-उच्च माध्यमिक कक्षाओं का मौजूदा पैटर्न
-क्षमता आधारित 20 फीसदी प्रश्न होंगे जिनमें व्यक्तिगत अध्ययन, बहुवैकल्पिक,एकीकृत प्रकार के प्रश्न शामिल होंगे।-20 अंकों के वस्तुनिष्ठ प्रश्न रहेंगे।
-लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों को अब 70 फीसदी से घटा कर 60 फीसदी कर दिया गया है।
………………………..
-भूपेश शर्मा, समन्वयक, विद्यार्थी परामर्श केंद्र, शिक्षा विभाग, श्रीगंगानगर।