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श्री गंगानगर

SriGanganagar जिले में ड्रोन से ग्रामीण क्षेत्र का सर्वे, मिलेगा मालिकाना हक

Survey of rural area by drone in the district, will get ownership- प्रदेश में श्रीगंगानगर जिला ऐसा जहां तेजी से हो रहा है सर्वे
 

श्री गंगानगरSep 15, 2022 / 08:57 pm

surender ojha

SriGanganagar जिले में ड्रोन से ग्रामीण क्षेत्र का सर्वे, मिलेगा मालिकाना हक

SriGanganagar जिले में ड्रोन से ग्रामीण क्षेत्र का सर्वे, मिलेगा मालिकाना हक

श्रीगंगानगर। ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी भूमि पर सम्पत्ति मालिक का ड्रोन के माध्यम से सर्वे कर सम्पत्ति मालिक को अधिकार अभिलेख प्रदान करने के लिए स्वामित्व योजना से उन लोगों को अब मालिकाना हक मिलेगा जिनको लंबे समय से ग्राम पंचायतों में रिकाॅर्ड नहीं था। ऐसे ग्रामीणों को उनकी आबाद क्षेत्र में पटटे बनाने की सुविधा मिलेगी, वहीं गांवों में डिजिटल ऑनलाइन रिकार्ड की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। हर गांव में आवासीय, सड़क मार्ग, जोहड़ पायतन स्थल, सामुदायिक केन्द्र, आंगनबाड़ी केन्द्र, पंचायत भवन आदि के नक्शे डिजिटल उपलब्ध हो सकेंगे। जिले में ड्रोन के माध्यम से हर पंचायत समिति के अधीन ग्राम पंचायत और गांवों का सर्वे कराया जा रहा है। इसके बाद संबंधित ग्रामीणों को उनकी संपति के लिए मालिकाना हक देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। योजना के लिए केन्द्रीय पंचायत राज मंत्रालय, राजस्थान सरकार के ग्रामीण एवं पंचायतराज विभाग, सर्वे ऑफ इंडिया एवं जिला परिषद को परस्पर सहयोगी बनाया गया है। इस योजना में प्रदेश के बारह जिलों को शमिल किया है, जिसमें श्रीगंगानगर भी शामिल है। वही श्रीगंगानगर जिले में पायलेट चरण में नौ पंचायत समितियों में 344 ग्राम पंचायतों के 2 हजार 999 राजस्व गांव शामिल किए गए है। अब तक 515 गांवों में सर्वे किया जा चुका है।
सत्यापन उपरांत नक्शे का प्रारंभिक प्रकाशन किया जाएगा, जिसमें सम्पत्तिधारकों से दावा आपत्ति आमंत्रित की जाएगी। आपत्ति और विवाद का निपटारा तहसील, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तथा कलेक्टर स्तर पर किया जावेगा। आपत्तियों के निराकरण के बाद अधिकार अभिलेख का अंतिम प्रकाशन किया जायेगा और संबंधितों को अधिकार अभिलेख का वितरण किया जाएगा। स्वामित्व योजना से सम्पत्ति मालिक को सम्पत्ति का प्रमाण पत्र एवं भू-स्वामित्व प्राप्त होगा। ड्रोन सर्वे से अभिलेख निर्माण में शुद्धता आएगी।
मालिकाना हक मिलने से ग्रामीणों को बैंक से ऋण लेना आसान हो जाएगा। सम्पत्ति का क्रय एवं विक्रय हस्तांतरण आसानी से हो सकेगा। सर्वेक्षण के पूर्व चूना मार्किंग होने से निर्मित अभिलेख से सम्पत्ति विवाद कम होंगे। इसी तरह से ग्राम पंचायत सम्पत्ति रजिस्टर के तैयार होने से ग्राम पंचायत की अपनी स्थायी व्यवस्था होगी। ग्राम पंचायतों को बेहतर विकास की योजना बनाने में मदद मिलेगा। प्रत्येक सम्पत्ति की सीमा एवं क्षेत्रफल, सुनिश्चित हो जाने से सम्पत्ति विवाद में कमी आएगी।
भारत-पाक अन्तरराष्ट्रीय सीमा से सटे इस जिले में कई गांवों में ड्रोन से सर्वे का काम अटक गया है। सबसे ज्यादा प्रभावित श्रीकरणपुर, अनूपगढ़, घड़साना, श्रीगंगानगर और रायसिंहनगर पंचायत समिति क्षेत्र के कई गांव बॉर्डर एरिया के पच्चीस किमी दायरे में है। केन्द्र सरकार ने देश की सुरक्षा के कारण बॉर्डर के पच्चीस किमी दायरे में ड्रोन के इस्तेमाल पर रोक लगा रखी है। वहीं सूरतगढ़ में मिल्ट्री स्टेशन और सादुलशहर एरिया में छावनी होने के कारण वहां ड्रोन से सर्वे की प्रक्रिया रोक दी गई है।
अब तक सर्वे गांवों का गणित
पंस ग्रापं रा.गांव सर्वे
पदमपुर 36 247 200
श्रीगंगानगर 53 309 130
रायसिंहनगर 47 408 045
श्रीकरणपुर 35 205 000
सादुलशहर 27 213 090
सूरतगढ़ 49 482 000
श्रीविजयनगर 29 277 050
अनूपगढ़ 32 397 000
घड़साना 36 461 000
कुल योग 344 2999 515

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