कार्यवाहक थाना प्रभारी कुलदीप सिंह चारण ने बताया कि 9 एलएनपी निवासी महबूब पुत्र विनोद खान ने शनिवार को रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह एक्सीज बैंक में फिल्ड में काम करता है। कलेक्शन का भी काम करता है। शनिवार सुबह 6 बजे वह बाइक से पहले बैंक गया और कलेक्शन के लिए रवाना हुआ। गांव रोटावाली, जोगीवाला, लाधुवाला से राशि का कलेक्शन कर बखतावाली के रास्ते होकर गंगानगर ब्रांच के लिए निकल गया।
नाथावाली से 4 ई को जाने वाली रोड पर जा रहा था। तब नाथावाला से 4 ई जाने वाली सडक़ पर किन्नू के बाग के पास बाइक पर चार अज्ञात युवक आए और आगे आकर बाइक लगा दी। इन युवकों ने उससे मारपीट की और उसका बैग छीन लिया। बैग में एक लाख रुपए की नकदी, मोबाइल व टेब रखा हुआ था। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। जांच एएसआई राजसिंह को सौंपी गई।
कार्यवाहक थानाधिकारी के निर्देशन में थाना स्तर पर मामले के आरोपियों को पकडऩे के लिए टीम गठित की गई। टीम के कांस्टेबल राजकुमार बेनीवाल की ओर से तकनीकी साक्ष्य व मुखबिरों से वर्तमान मौजूदगी के संबंध में जानकारी जुटाई।
जांच अधिकारी की ओर से मामले में गहनता से पूछताछ कर साक्ष्य जुटाए गए। जिसेमं पाया गया कि परिवादी महबूब खान निवासी चक 9 एलएनपी ने कर्ज उतारने के लिए लूट का झूठा षड्यंत्र रचा है। राशि हड़पने के लिए यह झूठा मामला दर्ज कराया गया।
पुलिस ने जांच के बाद आरोपी के खिलाफ धारा 409, 182 में आरोप प्रमाणित पाए गए। पुलिस ने रविवार को आरोपी महबूब खान को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के मकान से 94 हजार 510 रुपए की राशि बरामद कर ली।
टीम में जांच अधिकारी के साथ एएसआई पवन कुमार, हैडकांस्टेबल धर्मवीर सिंह, कांस्टेबल अश्वनी कुमार, संदीप कुमार दिनेश कुमार शामिल रहे। वहीं डीएसटी टीम के कांस्टेबल राजकुमार बेनीवाल की खुलासे में अहम भूमिका रही।