उल्लेखनीय है कि श्रीगंगानगर जिले में इस सीजन में 10 हजार बीघा में गन्ना की फसल है। मिल सर्वे के अनुसार गन्ना का उत्पादन 12 लाख क्विंटल होने का अनुमान है। इसमें शुगर मिल प्रबंधन को आठ लाख क्विंटल मिलने की उम्मीद है।
गन्ने का भाव पंजाब में इस बार 310 रु से बढ़ाकर 360 रुपए प्रति क्विंटल किया गया है। इसका मुख्य कारण पंजाब में विधानसभा के चुनाव भी है। इसलिए वहां पर कांग्रेस की सरकार है और किसानों को खुश करना चाहती है।
किसान को नहीं मिल रहा उपज का सही दाम कृषि बाहुल्य श्रीगंगानगर जिले का गन्ना उत्पादक किसान को उसकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल रहा है। किसान के लिए खेती-किसानी ज्यादा मुनाफा का सौदा साबित नहीं हो पा रहा है। इसका मुख्य कारण बढ़ती महंगाई है। इस कारण खेती पर आय कम जबकि खर्चा ज्यादा आ रहा है। डीजल की कीमत प्रति लीटर 100 रुपए से पार है। इस स्थिति में गन्ना की बुवाई व लोढिग़ कर मिल तक लाने,खाद,बीज व गन्ना की कटाई व छिलाई की लैबर का खर्चा चार साल में काफी बढ़ चुका है। जबकि शुगर मिल प्रबंधन ने पिछले चार साल से गन्ना का एक रुपए तक नहीं बढ़ाया है। इस कारण गन्ना उत्पादक किसानों पर बढ़ती महंगाई में अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
-पंजाब की शुगर मिल ने गन्ने के भाव 310 रु से बढ़ाकर 360 रु किए
-श्रीगंगानगर जिले में गन्ने का उत्पादन-12 लाख क्विंटल -शुगर मिल को गन्ना पिराई के लिए मिलेगा-8 लाख क्विंटल डीजल,खाद व लैबर के रेट बहुत बढ़ चुके हैं जबकि चार साल से गन्ना के भाव नहीं बढ़े हैं। समिति ने जीएम को पंजाब पैर्टन के हिसाब से गन्ने के रेट बढ़ाने की मांग की है। पंजाब ने इस बार गन्ने के रेट 310 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 360 रुपए प्रति क्विंटल कर दिए हैं।
-गुरमीत सिंह कुन्नर, विधायक, श्रीकरणपुर।