scriptकपास पट्टी में ‘सफेद सोना’ की इस बार चमक फीकी | This time the 'white gold' shine in the cotton strip | Patrika News
श्री गंगानगर

कपास पट्टी में ‘सफेद सोना’ की इस बार चमक फीकी

-श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ व बीकानेर जिले के 19 खरीद केंद्रों पर अभी तक सीसीआइ ने एमएसपी पर 604901.37 क्विंटल कॉटन की खरीद की

श्री गंगानगरOct 30, 2020 / 10:37 am

Krishan chauhan

कपास पट्टी में ‘सफेद सोना’ की इस बार चमक फीकी

कपास पट्टी में ‘सफेद सोना’ की इस बार चमक फीकी

कपास पट्टी में ‘सफेद सोना’ की इस बार चमक फीकी

-श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ व बीकानेर जिले के 19 खरीद केंद्रों पर अभी तक सीसीआइ ने एमएसपी पर 604901.37 क्विंटल कॉटन की खरीद की

श्रीगंगानगर. कृषि बाहुल्य श्रीगंगानगर जिले की पहचान कपास-पट्टी के नाम से है। इस बार श्रीगंगानगर जिले में कॉटन की बुवाई 1 लाख 89 हजार 544 हैक्टेयर में हुई और 2473096 गांठे एक गांठ 170 किलो ग्राम उत्पादन का आंकलन किया गया। इस बीच जुलाई व अगस्त में पर्याप्त बारिश नहीं हुई। सितंबर व अक्टूबर में अत्यधिक तापमान व सफेद मक्खी का प्रकोप से कॉटन की फसल को नुकसान हुआ। कृषि विभाग के अनुसार पिछले वर्ष की तुलना में इस साल आठ से दस प्रतिशत कॉटन का उत्पादन कम होने का अनुमान है। इस कारण कॉटन बेल्ट क्षेत्र में सफेद सोना की चमक इस बार फीकी है। हालांकि जिले में कई जगह कॉटन की फसल अच्छी है। वहीं, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ व बीकानेर में सीसीआइ 19 खरीद केंद्रों पर एमएसपी पर कॉटन की खरीद कर रही है। एक से 27 अक्टूबर तक सीसीआइ ने एमएसपी पर 604901.37 क्विंटल कॉटन की खरीद की है। जबकि 27 अक्टूबर को 70010.76 क्विंटल कॉटन की सीसीआइ ने खरीद की है।
कॉटन खरीद में नमी का पेच
सीसीआइ कॉटन की खरीद श्रीगंगानगर जिले के दस केंद्रों पर 5665 रुपए प्रति क्विंटल एमएसपी पर आठ प्रतिशत नमी पर कर रही है। यदि नमी आठ प्रतिशत से कम होगी तो भाव भी कम मिलेंगे। यदि नमी12 प्रतिशत रहती है तो किसान को कॉटन का प्रति क्विंटल 229 रुपए भाव कम मिलेगा। सीसीआइ के नमी के पेच व गुणवत्ता की कीमत किसान को चुकानी पड़ रही है। वहीं, किसान को निजी व्यापारी को कॉटन की ब्रिकी करने पर पूरा भाव नहीं मिल रहा है। कॉटन का बुधवार को नई धाममंडी श्रीगंगानगर में औसत भाव 5228 रुपए जबकि एमएसपी 5665 रुपए प्रति क्विंटल है।
कॉटन की चुगाई करना आसान नहीं
कॉटन की चुगाई करवाना भी किसान के लिए आसान काम नहीं है। हुणतपुरा के किसान बेगराज भाटी का कहना है कि कॉटन की चुगाई आठ से दस रुपए प्रति क्विंटल चल रही है। इस कोरोना संक्रमण में किसान को कॉटन चुगाई के लिए मजदूर भी नहीं मिल रहे हैं। चुगाई के अलावा मजदूर को चाय-पानी, छोडऩा, हारा चारा,लक्कड़ी सहित अन्य सेवाएं भी देनी पड़ रही है। कृषि अनुसंधान अधिकारी (शष्य) मिलिंद सिंह का कहना है कि कॉटन की फसल पर खाद, बीज, स्प्रे, सिंचाई सहित अन्य खर्चा भी बहुत ज्यादा आ रहा है। कॉटन का बीज भी किसान को काफी महंगा पड़ता है।
कॉटन की खरीद का गणित

सीसीआई कॉटन एमएसपी पर खरीद का गणित
-एमएसपी पर 27 अक्टूबर की खरीद-17212.37 क्विंटल

-कॉटन की एमएसपी तय की-5665 रुपए प्रति क्विंटल
निजी व्यापारियों ने कॉटन की खरीद की
-निजी व्यापारियों ने 27 अक्टूबर को खरीद-14350 क्विंटल
-निजी व्यापारियों ने एक से 27 अक्टूबर तक खरीद-219131क्विंटल

-मंडी में कॉटन की खरीद हो रही है-5105 से 5646 तक प्रति क्विंटल

बुवाई व उत्पादन व एमएसपी का गणित
-कॉटन की बुवाई-1,89,544 हैक्टेयर
-कॉटन का उत्पादन-2473096 गांठे
-कॉटन की संभावित खरीद-43,28,793 क्विंटल

-श्रीगंगानगर में कॉटन की एमएसपी-27 एमएम-5665 रुए
-हनुमानगढ़ में कॉटन की एमएसपी-28 एमएम-5725 रुपए

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सीसीआई ने तीन जिलों में की कॉटन खरीद

-श्रीगंगानगर,हनुमानगढ़ व बीकानेर में 27 अक्टूबर को खरीद की -70010.76 क्विंटल
-श्रीगंगानगर,हनुमानगढ़ व बीकानेर में अभी तक खरीद की -604901.37 क्विंटल
इस बार कॉटन की फसल अच्छी थी लेकिन अंतिम समय में अत्यधिक तापमान रहने, जुलाई व अगस्त में पर्याप्त बारिश नहीं होने व कई जगह सफेद मक्खी की वजह से जिले में कॉटन का उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में आठ से दस प्रतिशत की गिरावट आएगा।
जीआर मटोरिया, सहायक निदेशक, कृषि विभाग, श्रीगंगानगर।

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